उल्लेखनीय है कि रेलवे की ओर से अब अधिकांश ट्रेनों में एलएचबी कोच लगाए जा रहे है। इसका फायदा यह है कि एलएची कोच से ट्रेनों की स्पीड को बढ़ाया जा सकेगा। वहीं यात्रियों का सफर और अधिक सुरक्षित और आरामदायक बनेगा। ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए एलएचबी कोच ही उपाय हैं, जो सभी समस्या वाली संभावनाओं को खत्म कर देंगे।
एलएचबी में डिस्क ब्रेक का प्रयोग
आईसीएफ कोच में एयर ब्रेक होता है। इसके कारण ब्रेक लगाने पर ट्रेन काफी दूर जाकर रुकती है। वहीं एलएचबी में डिस्क ब्रेक का प्रयोग किया जाता है। ट्रेन ब्रेक लगाने पर कुछ ही दूरी पर रुक जाती है। इसी तरह एलएचबी कोच का सस्पेंशन आईसीएफ से काफी अच्छा होता है। एक्सट्रा संस्पेशन पर काम करते हैं कोच
रेलवे के जानकार बताते है कि आईसीएफ कोच के सस्पेंशन से 70 डेसीबल की आवाज आती है। लेकिन एलएचबी कोच में 60 डेसीबल तक की आवाज होती है। नए एलएचबी कोच में डबल सस्पेंशन है। इसमें बीच वाले सस्पेंशन में हाइड्रोलिक होता है। साथ ही एक्स्ट्रा सस्पेंशन भी दिया गया है।
बढ़ जाएगी स्पीड
नए एलएचबी कोच से ट्रेनों की स्पीड काफी बढ़ जाएगी। यह स्पीड करीब 160 किमी प्रतिघंटे तक हो सकेगी। जबकि आईसीएफ कोच में अधिकतम स्पीड 100 के आसपास ही रहती है। जिसे बढ़ाया नहीं जा सकता है। अब नए कोच से सफर सुरक्षित होने के साथ गंतव्य तक समय पर पहुंचा जा सकेगा।