कार्ड से मिल जाएगी मरीज की हिस्ट्री
कार्ड के डेटा से चिकित्सक को यह जानकारी मिल जाएगी कि मरीज को पहले कौनसी दवा दी जा रही थी। उसे आगे क्या उपचार देना है आदि के बारे में जानकारी मिलने से आसानी होगी। मरीज की पूरी मेडिकल हिस्ट्री भी कार्ड में मिलेगी। जिससे उपचार आसान और शीघ्र होगा।आशा और एएनएम को मिला प्रशिक्षण
बाड़मेर जिला कार्यक्रम समन्वयक राकेश भाटी ने बताया की एएनएम और आशा सहयोगिनी घर – घर जाकर आशा डिजिटल एप एवं एएनएम डिजिटल एप के माध्यम से डिजिटल आभा कार्ड बनाने का कार्य कर रही है। आशाओं एवं एएनएम को राज्य स्तर से बुधवार एवं गुरुवार को वीसी के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। इसके लिए आशा प्रत्येक का डेटा रजिस्टर में अंकित कर रही है, इसमें व्यक्ति का नाम, उम्र, आधार संख्या, आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर तथा लाभार्थी को प्राप्त सरकारी योजनाओं की जानकारी भी होगी। लाभार्थी के घरों पर नंबर भी अंकित किए जाएंगे।स्वयं भी बना सकते है अपना आभा कार्ड
यदि आपके पास एंड्राइड मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप है तो आप घर बैठे ही अपना आभा कार्ड बना सकते है। आपको गूगल में https.// abha.abdm. gov. in लिखना होगा। होम पेज पर क्रिएट आभा नंबर पर क्लिक करना होगा। इसमें दो आप्शन मिलेंगे आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस। आधार वाले पर क्लिक करने पर आपको अपना आधार कार्ड नंबर भरना होगा, इसके बाद आई एग्री पर क्लिक करना होगा, फिर कैप्चा भरना होगा, इसके बाद नेक्स्ट पर क्लिक करना होगा, आधार नंबर और मोबाइल नंबर भरना होगा, इसके बाद वेरीफाई करना होगा। आपका आभा कार्ड बनकर तैयार हो जाएगा। जिसकी आप पीडीएफ और प्रिंट भी निकाल सकते है।निशुल्क बनाए जा रहे है आभा कार्ड
केंद्र सरकार की योजना के तहत जिले के सभी लोगों के निशुल्क डिजिटल आभा आईडी कार्ड बनाए जा रहे है। जिसमे प्रत्येक व्यक्ति की बीमारी और उसके उपचार की जानकारी होगी। जब व्यक्ति चिकित्सक को दिखाने जाए तो अपने साथ आभा कार्ड लेकर जाना होगा। डॉक्टर कंप्यूटर में व्यक्ति की आभा आईडी डालेगा, उस व्यक्ति की बीमारी और उसके पूर्व में किए गए उपचार के बारे में जानकारी कंप्यूटर पर दिखाई देगी। इससे डॉक्टर को इलाज करने में और सुविधा होगी।-डॉ. संजीव मित्तल, सीएमएचओ बाड़मेर