लापरवाह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग, सिटी मजिस्ट्रेट ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
सोमवार सुबह कलेक्ट्रेट पर पहुंचे लेखपाल के परिजनों ने हंगामा शुरु कर दिया। उन्होंने मिले शव के अवशेषों का डीएनए टेस्ट कराने समेत लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग उठाई। वहीं कलेक्ट्रेट पहुंचे परिजनों को सिटी मजिस्ट्रेट राजीव शुक्ला ने समझाकर शांत किया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच चल रही है। अगर पुलिस कर्मियों की लापरवाही सामने आती है तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।
पूरे मामले में फंसती नजर आ रही पुलिस
लेखपाल मनीष चंद्र कश्यप 27 नवंबर को घर से ड्यूटी जाने के लिए निकले थे, जिसके बाद लापता हो गए। उनकी मां मोरकली और पत्नी जमुना देवी ने एक जनप्रतिनिधि पर अपहरण का आरोप लगाते हुए थाना फरीदपुर में तहरीर दी थी। पुलिस ने इस पर गुमशुदगी तो दर्ज कर ली लेकिन लेखपाल को तलाश करने की कोई कोशिश नहीं की। पुलिस के रवैये से गुस्साए मनीष के परिजनों ने 6 दिसंबर को कलेक्ट्रेट से मुख्य सचिव की वीडियो कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेकर निकले एडीजी, कमिश्नर, डीएम, आईजी और एसएसपी को घेरकर प्रदर्शन किया था। उन्होंने थाना प्रभारी पर परेशान करने और लापरवाही का आरोप भी लगाया।
शव का डीएनए टेस्ट कराने की मांग
प्रदर्शन के बाद बाद एसएसपी ने लेखपाल की तलाश के लिए चार टीमें गठित की थीं। रविवार को लेखपाल के लापता होने के 19 दिन बाद एसओजी और फतेहगंज पुलिस ने एक संदिग्ध आरोपी की निशानदेही पर बुखारा-फरीदपुर मार्ग पर मिर्जापुर गांव में नमामि गंगे प्लांट के पास एक तालाब के पास से एक खोपड़ी, कुछ हड्डियां और कपड़े बरामद किए। परिजनों के कपड़ों के आधार पर शव की शिनाख्त करने के बाद उसे पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया। हालांकि लेखपाल के परिजनों ने शव का डीएनए टेस्ट कराने की भी मांग की है।
हत्यारोपी गिरफ्तार, कई चीजें बरामद
पुलिस ने फरीदपुर के गांव कपूरपुर निवासी अवधेश कश्यप को गिरफ्तार किया है। अवधेश ने फिरौती के लिए लेखपाल मनीष कश्यप के अपहरण और हत्या की बात कुबूल की है। उसके घर से लेखपाल की मोहर, एक पैड और अर्टिगा कार भी बरामद की गई है।