30 जुलाई को आई थी व्हाट्सएप पर कॉल
सिविल लाइंस निवासी ऋषि टंडन ने बताया कि 30 जुलाई को उन्हें व्हाट्सएप पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को सीबीआई अफसर बताया और आरोप लगाया कि उनकी बेटी का ड्रग माफिया से संबंध है। उसने दावा किया कि उनकी बेटी गिरफ्तार हो चुकी है और उसका मोबाइल सर्विलांस पर है। इसलिए उन्हें अपनी बेटी को कॉल करने से मना किया गया। ठग ने टंडन को विश्वास दिलाने के लिए एक लड़की से बात कराई, जिसे उनकी बेटी बताया। इसके बाद उसने उनकी बेटी को छोड़ने के बदले एक लाख रुपये की मांग की। अपनी बेटी के भविष्य को लेकर चिंतित ऋषि टंडन ने ठग के बताए अकाउंट में एक लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।बेटी से संपर्क करने पर ठगी का हुआ एहसास
बाद में जब उन्होंने अपनी बेटी से संपर्क किया, तो पता चला कि वह कॉलेज में थी और ऐसा कोई वाकया नहीं हुआ। तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने तुरंत थाना कैंट में शिकायत दर्ज कराई।साइबर ठगों ने 14.65 लाख रुपये की ठगी की
एक अन्य मामले में, साइबर ठगों ने मुनाफे का लालच देकर एक व्यक्ति से 14.65 लाख रुपये ठग लिए। यह घटना साइबर थाने में दर्ज कराई गई है।नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी
आशीष रॉयल पार्क निवासी उदय कुमार सिंह ने बताया कि 5 दिसंबर को उन्हें एक मैसेज मिला। जवाब देने के बाद, एक महिला बीन खत्री ने उनसे संपर्क किया और “देव नेट जॉब्स इंडिया” में काम करने की पेशकश की। उसने उन्हें प्रतिदिन 2,000 से 8,000 रुपये कमाने का लालच दिया।इसके बाद, उदय कुमार को एक टेलीग्राम आईडी पर जोड़ा गया। वहां एक व्यक्ति ने 15,000 रुपये निवेश करने पर 23,000 रुपये मिलने का वादा किया। धीरे-धीरे, ठगों ने उदय कुमार से विभिन्न खातों में 14.65 लाख रुपये जमा करा लिए। उन्होंने निवेश पर 24.89 लाख रुपये का मुनाफा दिखाया।