गुरुवार को नायब सूबेदार की बेटी की हो गई थी मौत
अंजली रावत हल्द्वानी के मुखानी क्षेत्र की जयसिंह भगवानपुर स्थित नैनी व्यू कॉलोनी की रहने वाली थी। वह शाहजहांपुर में तैनात नायब सूबेदार राजेंद्र रावत की बेटी थी। अंजली केवीएम स्कूल, हीरानगर में 12वीं की छात्रा थी।
गुरुवार को चिल्ड्रन्स डे के अवसर पर स्कूल प्रबंधन ने छात्रों को टूर पर बरेली स्थित फन सिटी ले जाया था। वहां अंजली स्लाइडिंग के दौरान पानी के पूल में गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
पिता ने हल्द्वानी में दर्ज कराई रिपोर्ट
अंजली के पिता राजेंद्र रावत ने मुखानी थाने में एफआईआर दर्ज कराई। हालांकि, रिपोर्ट में किसी को नामजद नहीं किया गया है। उनका आरोप था कि यह हत्या है, लेकिन पुलिस ने स्कूल प्रबंधन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया। मुखानी थानाध्यक्ष विजय मेहता ने बताया कि घटना स्थल और शिकायत के आधार पर एफआईआर लिखी गई है। अब विवेचना इज्जतनगर थाना पुलिस करेगी। घटनास्थल बरेली का फन सिटी है। इस वजह से पुलिस मौके के तथ्यों की जांच पड़ताल करेगी।
पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार
अंजली का शव पोस्टमार्टम के बाद चित्रशिला घाट ले जाया गया, जहां उनके चाचा सुंदर सिंह रावत और प्रीतम रावत ने मुखाग्नि दी। पोस्टमार्टम के दौरान डॉक्टरों ने विसरा सुरक्षित रख लिया है। सूत्रों के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट फिलहाल फाइनल नहीं हुई है, क्योंकि सीनियर डॉक्टरों की अनुपस्थिति में रिपोर्ट पूरी नहीं हो पाई। डॉक्टरों का पैनल शनिवार सुबह फाइनल रिपोर्ट तैयार करेगा।
घटना से जुड़े कुछ अहम तथ्य
अंजली के शरीर पर बाहरी चोट के निशान नहीं मिले। मुखानी थाने में जीरो नंबर पर एफआईआर दर्ज कर मामला इज्जतनगर थाने को स्थानांतरित किया गया है। पुलिस ने स्कूल प्रबंधन को गैर इरादतन हत्या का दोषी मानते हुए जांच शुरू की है। इस दुखद घटना ने फन सिटी की सुरक्षा व्यवस्था और स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले की विस्तृत जांच जारी है।