इज्जतनगर पुलिस ने किया साजिश का पर्दाफाश
गिरफ्तार आरोपियों में राजू उर्फ राजदीप (सहजनपुर हेतराम, भुता निवासी), बब्लू कश्यप (मथुरापुर, सीबीगंज निवासी), और ख्वाजुद्दीन (तिलियापुर निवासी) शामिल हैं। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि जमीन का असली मालिक संतोष टंडन था, जिसकी मृत्यु 2003 में हो चुकी थी। संतोष के भाइयों विजय टंडन और किशन टंडन की भी मृत्यु 2024 और 2015 में हो गई। इज्जतनगर के फरीदापुर चौधरी गांव में इन तीन भाइयों की 7 करोड़ रुपये की जमीन थी। तीनों भाइयों की मृत्यु के बाद, यह जमीन अभिलेखों में उनके नाम पर ही दर्ज थी। इस जानकारी का फायदा उठाकर नन्हें अहमद, बब्लू कश्यप, और ख्वाजुद्दीन ने जमीन को संतोष टंडन और विजय टंडन के नाम पर दर्ज करवाया। फिर विजय टंडन से पावर ऑफ अटॉर्नी लेकर जमीन संतोष टंडन के नाम पर कर दी।कारोबारी ने शिकायत कर किया पर्दाफाश
आरोपियों ने राजू उर्फ राजदीप को दो लाख रुपये देकर फर्जी संतोष टंडन बनने के लिए तैयार किया। राजू के नाम से आधार कार्ड, पैन कार्ड बनवाकर एक बैंक खाता खुलवाया गया। इन दस्तावेजों का इस्तेमाल करके जमीन का सौदा पीलीभीत के राइस मिलर अर्पित अग्रवाल और अन्य लोगों के साथ 1.75 करोड़ रुपये में किया गया। आरोपियों ने बैंक खाते में 50 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए। जमीन के एग्रीमेंट के बाद मॉडल टाउन निवासी कारोबारी चरन कंवलजीत सिंह ने शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने जमीन को अपनी संपत्ति बताया। इसके बाद, पीलीभीत के राइस मिलर अर्पित अग्रवाल ने चरन कंवलजीत सिंह को व्हाट्सएप कॉल पर धमकी दी। इस धमकी के आधार पर बारादरी थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई, जिससे मामले का पर्दाफाश हुआ।प्रियंका टंडन ने एसएसपी से की थी शिकायत
इस बीच, प्रियंका टंडन नामक महिला सामने आईं। उन्होंने खुद को संतोष टंडन की बेटी बताते हुए एसएसपी से शिकायत की। प्रियंका का आरोप था कि उनके दिवंगत पिता के नाम पर फर्जी पहचान बनाकर जमीन का एग्रीमेंट किया गया। आरोपियों ने फर्जी संतोष टंडन बने राजू को डीजीपी कार्यालय में पेश कर चरन कंवलजीत सिंह के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करवाई। लेकिन मामले की जांच के दौरान चरन कंवलजीत सिंह ने संतोष टंडन का मृत्यु प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया, जिससे फर्जीवाड़ा उजागर हो गया।इज्जतनगर थाने में इस मामले में दो मुकदमे दर्ज हुए।
. पहला मुकदमा प्रियंका टंडन ने दर्ज कराया, जिसमें अर्पित अग्रवाल, नितेंद्र नाथ मिश्रा, पुरुषोत्तम गंगवार, अंकुर कुमार जैसवार, राजकुमार, ओमप्रकाश, नन्हें अहमद, और नरवीर शर्मा को आरोपी बनाया गया।. दूसरा मुकदमा पीलीभीत के रहने वाले हनुमान राइस मिल मालिक अर्पित अग्रवाल ने दर्ज कराया, जिसमें बब्लू कश्यप, ख्वाजुद्दीन, नन्हें अहमद, और अन्य लोगों को फर्जीवाड़े और 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी का दोषी ठहराया गया।