scriptमौत के खेल ब्लू व्हेल के चक्कर में फंसा बरेली का छात्र, जानिए फिर क्या हुआ | minor student played blue whale game first case in bareilly uttar pradesh | Patrika News
बरेली

मौत के खेल ब्लू व्हेल के चक्कर में फंसा बरेली का छात्र, जानिए फिर क्या हुआ

बैन के बावजूद भी बच्चों को डरा रही ‘ब्लू व्हेल’, यूपी में पहला मामला आया सामने

बरेलीAug 27, 2017 / 06:37 pm

मुकेश कुमार

 Blue Whale Game

Blue Whale Game

बरेली। ऑनलाइन मौत के खेल को भले ही केंद्र सरकार ने बैन कर दिया हो, लेकिन ब्लू व्हेल (Blue Whale) आज भी बच्चों को डरा रही है। दुनियाभर में किशोरों की जान का दुश्मन बना ऑनलाइन खेला जाने वाला ब्लू व्हेल गेम (Blue Whale Game) ने बरेली में भी दस्तक दे दी है। ब्लू व्हेल गेम के चक्कर में पड़कर एक नाबालिग छात्र की जान पर बन आई। ब्लू व्हेल गेम के जाल में फंसा ये छात्र किसी तरह से इस जाल से आजाद हुआ और अब वो अन्य युवाओं से इस खेल के चक्कर में न पड़ने की अपील कर रहा है।
तीसरे टास्क में घबराया
इसी साल इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले सुरेश शर्मा नगर का शुभम ऑनलाइन गेम खेलने का शौकीन है। 17 साल के शुभम ने बताया कि उसने ब्लू व्हेल गेम खेलने के लिए डाउनलोड किया और चार अगस्त को उसे पहला टास्क ‘0079046583964’ मोबाइल नंबर से मैसेज के जरिए मिला। इसमें कलाई पर अपने अच्छे दोस्त को गाली लिखकर 24 घंटे खुली बांह करके टहलना था। टास्क पूरा होने पर पांच अगस्त को बधाई मैसेज आया। दूसरा टास्क छह अगस्त को मिला। इसमें उसे सुबह 4.20 बजे हॉरर मूवी ‘हॉन्टेड इन कनेक्टिकट’ ऑनलाइन दिखाई और वीडियो कॉलिंग के जरिये शुभम के चेहरे पर आने वाले इम्प्रेशन भी देखे। आठ अगस्त को तीसरे टास्क में बांह पर व्हेल की टेल की आकृति ब्लेड से काट कर बनाने का दिया। शर्त यह रखी कि लाइव मूवमेंट के जरिये उसे दिखाना होगा। इस गेम की दो स्टेज वो पार कर चुका था लेकिन तीसरी स्टेज में उससे अपने हाथ पर ब्लेड से काट कर व्हेल बनाने को कहा गया। खुद को जख्मी करने के टास्क से शुभम सकते में आ गया। उसने गेम को अनइंस्टॉल कर दिया।
पहले भड़काया फिर धमकाया
शुभम ने जब इस खेल को खेलने से इनकार किया तो पहले तो उसे उसके माता पिता के खिलाफ भड़काया गया। उससे कहा गया कि आप ये करो। आप ये कर सकते हो। इसके बाद भी शुभम ने जब इस खेल को खेलना शुरू नहीं किया तो उसके परिवार को समाप्त करने की धमकी दी गयी। इससे शुभम बुरी तरह से घबरा गया और उसने मीडिया से मदद की गुहार लगाई।
लास्ट टास्क सुसाइड का
शुभम ने बताया कि इस गेम को खेलने के दौरान एडमिन अपनी स्टेज देता है। जिसे 50 दिनों में पूरा करना होता है। इस गेम में कई खतरनाक टास्क गेम खेलने वाले को मिलते हैं। लास्ट स्टेज में ऊंची बिल्डिंग से छलांग लगानी होती है। जिसमें गेम खेलने वाले का बचना मुशिकल है। इसके पहले ऊंची बिल्डिंग पर खड़े होकर सेल्फी लेना होता है।
केवल किशोरों के लिए है गेम
शुभम ने बताया कि इस गेम को डाउनलोड करने के लिए आपको अपनी उम्र 20 साल से कम भरनी होगी। अगर आप रजिस्ट्रेशन के समय अपनी उम्र 20 साल से अधिक डालते हैं तो पेज पर एरर आ जाती है। जिससे एक बात साफ़ है कि ये गेम सिर्फ 20 साल के कम लोगों की जान से खिलवाड़ करने को बनाया गया है।
शुभम ने लोगों से की अपील
अपने आप को किसी तरह से ब्लू व्हेल गेम से आजाद कराने वाले शुभम ने अब अन्य युवाओं से भी अपील की है कि वो इस गेम के चक्कर में न पड़े क्योंकि ये गेम जानलेवा है।
 

अब तक आए मामले
दुनिया भर में कई बच्चों की मौत का कारण बने ब्लू व्हेल गेम से भारत में भी दो बच्चों की मौत हो चुकी है। इसमें मुंबई के अंधेरी पूर्वी में 14 साल के लड़के ने सात मंजिल से छलांग लगाकर ख़ुदकुशी कर ली थी, जबकि पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में भी एक 15 साल के लड़के ने ख़ुदकुशी कर ली।
भारत में हैं बैन
खतरनाक ब्लू व्हेल गेम पर भारत सरकार ने रोक लगा रखी है। बावजूद इसके ये गेम डाउनलोड किया जा रहा है और बच्चे इस गेम को खेल रहे हैं।

Hindi News / Bareilly / मौत के खेल ब्लू व्हेल के चक्कर में फंसा बरेली का छात्र, जानिए फिर क्या हुआ

ट्रेंडिंग वीडियो