राकेश त्रिपाठी ने कहा, “मौलाना तौकीर रजा जानबूझकर विवादित बयान देकर सुर्खियों में आने की कोशिश करते रहते हैं। ऐसा ही प्रयास उन्होंने फिर किया। धर्मांतरण कराने का ये प्रयास घिनौना और चिंता में डालने वाला है। निश्चित तौर पर ऐसे किसी प्रयास पर सरकार रोक लगाएगी।”
‘मौलाना तौकीर की बातों को गंभीरता से न लें’
उन्होंने कहा, “किसी को लोभ-लालच देकर या बहला-फुसला और डरा-धमका कर अगर धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रहे हैं, तो आप देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरा पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने दिया जाएगा। मौलाना तौकीर राजा की तमाम गीदड़ भभकियां सिर्फ सुर्खियों में आने के लिए होती हैं। उनके इन बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए।”
क्या है मामला?
बता दें कि इससे पहले इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के मुखिया मौलाना तौकीर रजा ने धर्म परिवर्तन को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा था कि कई हिंदू लड़के और लड़कियों उनके संपर्क में हैं, जो सनातन धर्म छोड़कर मुसलमान होना चाहते हैं और अपने पसंद के मुस्लिम लड़के और लड़की से शादी करना चाहते हैं। 21 जुलाई को सामूहिक शादी कार्यक्रम की मांगी अनुमति
मौलाना तौकीर ने बताया कि ऐसे हिंदू-लड़के और लड़कियों की सामूहिक शादी का, कार्यक्रम भी घोषित कर दिया गया है। उन्होंने बरेली के नगर मजिस्ट्रेट से आगामी 21 जुलाई को सामूहिक शादी कार्यक्रम आयोजन की अनुमति भी मांगी है।
आईएमसी द्वारा नगर मजिस्ट्रेट को भेजे गए मांग पत्र में कहा गया है कि कई हिंदू युवक-युवतियां उनके संपर्क में है, जो धर्म परिवर्तन करके अपनी मनपसंद शादी करना चाहते हैं। सभी युवक-युवतियां बालिग हैं और उन्हें न तो कोई प्रलोभन दिया गया है और न ही किसी तरह का दबाव बनाया गया है। भारतीय संविधान के तहत वे कानूनन अपनी शादियां करना चाहते हैं। देश में गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करने के लिए इस तरह के सामूहिक शादी कार्यक्रम की अनुमति दी जाए।