मथुरा में वृंदावन बांगर काशीराम कॉलोनी की रहने वाली रवीना ने बताया कि उनके पूर्वज मुगल आक्रांताओं के खौफ के कारण इस्लाम के अनुयाई बन गए थे। लेकिन मेरा विश्वास हिंदू देवताओं में है। मैं उनकी पूजा अर्चना करती हूं। इस्लाम धर्म में महिलाओं का कोई सम्मान नहीं करता है। हलाला जैसी कुप्रथाएं प्रचलित हैं। मैंने स्वेच्छा से घर वापसी कर हिंदू रीति रिवाज से सनातन धर्म स्वीकार कर लिया है।
मोहब्बत में हिंदू बनकर प्रमोद के साथ लिए सात फेरे पंडित केके शंखधार ने रुबीना का शुद्धिकरण कर उन्हें हिंदू धर्म में घर वापसी कराई। रुबीना ने बदायूं में गभिया सहराई तहसील के रहने वाले प्रमोद कुमार के साथ बुधवार को बरेली में सात फेरे लिए। मोबाइल के जरिए दोनों की दोस्ती और फिर मोहब्बत शुरू हुई थी। इसके बाद उन्होंने एक दूसरे के साथ जीवन बिताने का निर्णय लिया। रूबीना ने प्रमोद की खातिर अपने घर परिवार को छोड़कर हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया।