फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन पर किया कब्जा
शिकायत में मुर्तजा मियां ने आरोप लगाया है कि उनकी जमीन पर अखिलेश चंद्र सक्सेना और अन्य आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर कब्जा कर लिया। आरोपियों में पीडब्ल्यूडी कॉलोनी निवासी अखिलेश चंद्र सक्सेना, अमित सिंह, अर्जुन श्रीवास्तव, मोती विहार निवासी सेवाराम, नेकपुर निवासी कुलदीप सक्सेना और बहेड़ी के ज्ञानवती का नाम शामिल है। इन पर लगातार धमकी देने का भी आरोप है।
पहले भी सामने आए मामले
इससे पहले, आकाशपुरम निवासी मोहम्मद इलयास और नवादा शेखान की नुसरत जहां ने इस गैंग के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई थीं। अब तक इस गैंग के खिलाफ तीन शिकायतें सामने आ चुकी हैं। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि इनके खिलाफ तीन अन्य शिकायतों की जांच जारी है। जल्द ही नए मुकदमे दर्ज किए जाएंगे।
गैंग के अन्य सदस्यों के नाम उजागर
पुलिस ने दीपक नाम के व्यक्ति से पूछताछ के दौरान इस गिरोह में शामिल तीन और लोगों के नाम उजागर किए हैं। इनमें से एक वकील और दो बिल्डर हैं, जो किला क्षेत्र में रहते हैं। इन पर कैंट इलाके में जमीन कब्जाने के आरोप हैं। पुलिस इनकी भी जांच कर रही है।
गिरफ्तारियां और नए खुलासे
बारादरी पुलिस ने पहले ही सावन कुमार जायसवाल और उनके सहयोगी अमित राठौर को जेल भेज दिया था। हाल ही में सुभाषनगर निवासी दीपक को भी हिरासत में लिया गया है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दीपक ने फर्जी तरीके से 46 लाख की जमीन को सिर्फ 5 लाख रुपये में बैनामा कर विवादित कर दिया।
फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल
नुसरत जहां की शिकायत में दीपक कुमार और सुनील कुमार का नाम सामने आया था। जांच में पता चला कि दीपक ने खुद को रामपुर निवासी बताकर जमीन का बैनामा किया, जबकि वह सुभाषनगर का निवासी है और लेखपाल गैंग के लिए काम करता है। यह भी स्पष्ट हुआ कि गैंग ने यह जमीन कब्जाकर विवादित बना दी।
लेखपाल गैंग पर लगेगा गैंगस्टर
एसपी सिटी मानुष पारीक ने कहा कि लेखपाल गैंग के खिलाफ शिकायतें बढ़ रही हैं। पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और इस गैंग के सभी सदस्यों को कानून के दायरे में लाने की कोशिश कर रही है। उन पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी।
डॉक्टर की सास को भी ठगा, होगी रिपोर्ट
जिला अस्पताल के डॉ हरीश की सास ने 2018 में एक प्लाट 6 लाख में अमित राठौर से खरीदा था। पता चला अमित राठौर ने जिस प्लाट को उन्हें बेचा है वो उसका असली मालिक नहीं है बल्कि 2016 में भी अमित राठौर ने किसी अन्य व्यक्ति को यही प्लाट बेच दिया था। एक साल से कोतवाली और सीओ के चक्कर लगा रहे थे लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। अब एसपी सिटी ने कोतवाली पुलिस को एफ़आईआर दर्ज करने के आदेश किये है।