बैंक में जमा नहीं किया बिक्री का पैसा
एडीसीओ सुधाकर राय के अनुसार, जिला सहकारी बैंक की क्योलड़िया शाखा से संबद्ध इस बी-पैक्स पर तैनात रहे ओमपाल ने किसानों से यूरिया, नैनो यूरिया और पेस्टीसाइड्स की बिक्री के माध्यम से 90,657.50 रुपये की वसूली की। इसके अलावा, किसान राममूर्ति लाल से 7,000 रुपये, ज्योति जागीर के भूपराम से 72,820 रुपये, और कैलाश सिंह से 89,970 रुपये की वसूली की गई। इस प्रकार ओमपाल ने कुल 2,60,347 रुपये का संग्रह किया, जिसे सहकारी बैंक में जमा नहीं किया गया।
थाने में सचिव पर दर्ज कराया गया मुकदमा
एडीसीओ ने बताया कि सचिव ओमपाल को कई बार इन पैसों को जमा करने की हिदायत दी गई थी, और इसके बाद एक नोटिस भी जारी किया गया, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने राशि जमा नहीं की। इसके अलावा, बी-पैक्स के अभिलेख भी ओमपाल ने जमा नहीं किए हैं, जिससे सहकारी समिति के कामकाज में और बाधा उत्पन्न हुई है। अब इस मामले में भुता थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है, और जांच शुरू कर दी गई है।