कूड़ा उठाने वाली एजेंसियों का दावा है कि वह हर घर से कचरा उठा रहे हैं लेकिन हकीकत कुछ और है। ज्यादातर जगहों में गाड़ियां काफी दूर खड़ी कर दी जाती हैं। लोगों को अपने घरों से 100 मीटर दूर तक कचरा डालने के लिए गाड़ियों तक जाना पड़ता है। कुछ इलाके या गलियों में जगह नहीं होने का हवाला देकर ड्राइवर गाड़ी नहीं ले जाते हैं। इन शिकायतों को दूर करने के लिये नगर निगम और संबंधित ठेका एजेंसी के मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए जाएंगे। इससे लोग अपनी शिकायत दर्ज करवा सकें।
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिये जनता की जो शिकायतों को ध्यान में रखा जा रहा है। हर गली में सफाई इंस्पेक्टर, संबंधित अधिकारी, कार्यदायी एजेंसी संचालक का मोबाइल नंबर अंकित किया जाएगा। इससे यूजर चार्ज देने वाले लोग कूड़ा न उठने के बारे में फोन पर जानकारी दे सकते हैं। कर्मचारी गाड़ियां काफी दूर खड़ी कर रहे हैं। इससे लोगों को कूड़ा देने में दिक्कत हो रही है। दूसरी या तीसरी मंजिल से नीचे उतरने तक गाड़ी बगैर कूड़ा लिए चली जाती है। कचरा गाड़ी दोपहर 12 बजे के बाद भी आ रही हैं। मेयर उमेश गौतम ने बताया कि इन शिकायतों के लिए नगर निगम के इंस्पेक्टर और एजेंसी के लोगों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए जाएंगे। इससे लोगों की शिकायतों का निस्तारण कराया जा सके।