पारिवारिक संपत्ति पर बिगड़ी हिस्ट्रीशीटर की नीयत
अनिल मल्होत्रा ने बताया कि उनके पिता ने एक संपत्ति खरीदी थी, जिसमें ऊपरी मंजिल पर उनका परिवार रहता है। पिता के निधन के बाद, संपत्ति को तीन हिस्सों में बांटा गया, जिसमें अनिल, उनके भाई और बहन के हिस्से बने। लेकिन कुछ समय बाद नगरिया परीक्षित के हिस्ट्रीशीटर प्रॉपर्टी डीलर गौरव अरोड़ा की नीयत इस संपत्ति पर खराब हो गई।
बगैर सहमति हिस्से बंटवारे के कराया बैनामा
अनिल का आरोप है कि गौरव ने उन्हें साजिश में फंसाकर 50,000 रुपये प्रतिमाह की कमेटी में शामिल करवा लिया, जिसके चलते 18 महीनों में गौरव के पास उनके कुल 9 लाख रुपये पहुंच गए। इसी बीच, बिना किसी पारिवारिक सहमति या आधिकारिक बंटवारे के, गौरव ने अनिल के भाई और बहन से उनके हिस्सों का बैनामा अपने नाम करवा लिया। इसके बाद, गौरव ने अनिल पर भी अपना हिस्सा बैनामा करने का दबाव डाला, और जब उन्होंने मना कर दिया, तो धमकियां दीं, जिनकी शिकायत अनिल ने पहले ही दर्ज कराई थी।
डेढ़ लाख रुपये रंगदारी मांगने का आरोप
अनिल का कहना है कि गौरव अरोड़ा ने उनकी संपत्ति पर कब्जा करने की योजना के तहत अली अहमद नामक व्यक्ति को खड़ा किया और साथ ही फर्जी गवाह मोहम्मद बख्श और राहुल को पेश कर 16 नवंबर 2021 को अनिल की जमीन का बैनामा अपने नाम करवा लिया। अनिल का आरोप है कि गौरव उनके मकान और 9 लाख रुपये पर कब्जा करना चाहता है। वर्तमान में, आरोपी अनिल से डेढ़ लाख रुपये की रंगदारी भी मांग रहे हैं और उन्हें जान से मारने की धमकी देकर मकान पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। अनिल मल्होत्रा ने एसएसपी से शिकायत कर सभी चारों आरोपियों के खिलाफ थाना इज्जतनगर में मामला दर्ज करवाया है।