फतेहगंज पश्चिमी के पिपरिया गांव निवासी विमला देवी ने मोटर एक्सीडेंट प्राधिकरण में दावा दायर किया था। पति नन्दराम 24 अगस्त 2009 को बाइक से फतेहगंज पश्चिमी से गांव आ रहे थे। रास्ते में फोकस इंजीनियरिंग कालेज के निकट सामने से आ रही जिप्सी ने बाइक में टक्कर मार दी, जिससे नंदराम की मौके पर ही मृत्यु हो गई। वह जिप्सी डीआइजी पुलिस की स्कार्ट में शामिल थी। टक्कर लगते ही डीआइजी की स्कार्ट को काफी देर मौके पर रुकना पड़ा। जिप्सी पुलिस विभाग का कर्मचारी फरीद खान चला रहा था।
प्राधिकरण में 4 वर्ष मामले की निरंतर सुनवाई के बाद वर्ष 2013 में विपक्षी के खिलाफ एक लाख 22 हजार रुपये का मुआवजा निर्धारित करते हुए ब्याज सहित रकम मृतक के परिवार को अदा करने का आदेश हुआ। कई साल बीत जाने के बावजूद मृतक के परिवार को मुआवजा नहीं मिला। गुरुवार को पीठासीन अधिकारी क्षितिज श्रीवास्तव ने डीआइजी पुलिस से 6 लाख 48 हजार 830 रुपये वसूल करके प्राधिकरण में जमा करने के आदेश डीएम को दिए हैं। आदेश में उल्लेख किया है कि डीएम विपक्षी की गिरफ्तारी करके, विपक्षी के बैंक खाते से या विपक्षी की संपत्ति की कुर्की करके किसी भी तरह 15 जुलाई तक प्राधिकरण में रकम जमा करें