दस साल पहले हुई थी शादी, हैं चार बेटियां
पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी 10 साल पहले क्योलड़िया क्षेत्र के एक व्यक्ति से हुई थी। शादी के समय पिता ने अपनी सामर्थ्य के अनुसार दहेज दिया, लेकिन ससुराल वाले संतुष्ट नहीं थे। शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा। इस दौरान उसकी चार बेटियां हुईं, जिसके बाद ससुराल वालों ने बेटे के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। महिला ने आरोप लगाया कि बेटा पैदा करने का दबाव डालते हुए पति ने मायके से 50 हजार रुपये और एक भैंस लाने को कहा। इसके साथ ही, उसने अपने तांत्रिक दोस्त को बुलाकर उसके साथ कई बार ज्यादती कराई। पीड़िता का यह भी कहना है कि उसका जेठ कई वर्षों से उसका शारीरिक शोषण करता रहा। विरोध करने पर उसे घर से निकाल दिया गया।
ससुराल से कपड़े लेने गई, तो फिर हुई मारपीट
पीड़िता ने बताया कि 10 दिन पहले वह अपनी मां के साथ बच्चों के गर्म कपड़े लेने ससुराल पहुंची थी। वहां ससुराल वालों ने उनके साथ बदसलूकी की और मारपीट की। जब उसने इसका विरोध किया, तो उसकी मां के साथ भी मारपीट की गई। किसी तरह दोनों ने भागकर अपनी जान बचाई।
थाने में रिपोर्ट बदलने का आरोप
महिला का कहना है कि उसने अपनी मां के साथ घटना की शिकायत क्योलड़िया थाने में की थी, लेकिन पुलिस ने उसके दुष्कर्म के आरोप को नजरअंदाज करते हुए सिर्फ मारपीट की रिपोर्ट दर्ज की। पीड़िता एसएसपी कार्यालय पहुंची और मामले में निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की। उसने पति, जेठ और तांत्रिक दोस्त के खिलाफ कठोर कदम उठाने की अपील की है। मामले को लेकर पुलिस जांच कर रही है।