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प्रेमी के पास न जा सके इसॉलिए हथौड़े से कुचल दिए बेटी के पैर और काट दी चोटी लालच में करवा दी हत्या भुता थाना क्षेत्र के गूंगा गाँव के रहने वाले लालता प्रसाद की तीन दिन पहले कचहरी से लौटते समय गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। जांच में सामने आया कि मृतक लालता प्रसाद के छोटे भाई सुम्मेरीलाल ने रविन्द्र, नन्हे सिंह और राजेश गंगवार के साथ मिलकर अपने बड़े भाई किसान लालता प्रसाद उर्फ लाल जीत की हत्या की साजिश रची और फिर 2 लाख रुपये सुपारी देकर हत्या करवा दी। एसपी ग्रामीण संसार सिंह ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि दोनों भाईयों के हिस्से की 9 बीघा जमीन बेचकर लालता प्रसाद ने अपने छोटे भाई को उसके हिस्से का पैसा दे दिया था। लेकिन सुम्मेरीलाल को लालच आ गया कि अगर उसका भाई मर जाता है तो जिसको जमीन बेची है उसका दाखिल खारिज नही हो सकेगा और जमीन भी वपास मिल जाएगी। इतना ही नही लालता प्रसाद के कोई बेटा नही है इसलिए उसके हिस्से की बची जमीन भी उसे मिल जाएगी। जिस वजह से उसने अपने भाई की हत्या करवा दी। एसपी ग्रामीण का कहना है कि लालता प्रसाद की हत्या मामले में सुम्मेरीलाल और दो सुपारी किलर नन्हे और राजेश को गिरफ्तार किया गया है जबकि एक आरोपी रविन्द्र अभी भी फरार है।
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यूपी के इस शहर में युवक की बेरहमी से हत्या,जंगल में इस हाल में मिला शव दो लाख की दी सुपारी वही सुपारी किलर का कहना है कि तीन दिन पहले हम लोग सुबह से ही लालता प्रसाद को मारने की फिराक में थे। लेकिन सुम्मेरीलाल दूसरे रास्ते से लालता प्रसाद को लेकर कचहरी चला गया और शाम के वक्त जब सुम्मेरीलाल अपने भाई को बाइक से लेकर अपने भुता स्थित गूंगा गांव जा रहा था। तभी गांव से एक किलोमीटर पहले ही रविन्द्र, नन्हे सिंह और राजेश गंगवार ने लालता प्रसाद को 5 गोली मारी। जिसमे एक एक गोली नन्हे और राजेश ने मारी जबकि 3 गोलियां रविन्द्र ने मारी। नन्हे ने बताया उसे लालता प्रसाद के कत्ल की 2 लाख रुपये में सुपारी दी गई थी। वही आरोपी भाई का कहना है कि उसने अपने भाई का कत्ल नही करवाया।