कस्बा सेंथल निवासी समीर उर्फ कुंजा चार साल से फरार था, के खिलाफ हाफिजगंज पुलिस ने 2023 में गोतस्करी के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की थी। इस मामले में सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था लेकिन समीर फरार हो गया था। उस पर तत्कालीन एसएसपी ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इसके बाद आईजी डॉ. राकेश सिंह ने इनाम बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया था। एसटीएफ को सूचना मिली कि आरोपी महाराष्ट्र के ठाणे जिले एक अपार्टमेंट में ठहरा हुआ है। एसटीएफ लखनऊ के इंस्पेक्टर दिलीप तिवारी ने बताया कि समीर के मुंबई में होने की सूचना पर उसे ट्रेस किया गया। बुधवार को टीम ने राशिद अपार्टमेंट शिमला पार्क थाना मुंबा ठाणे महाराष्ट्र में उसे घेर लिया। उसे पकड़कर एसटीएफ थाना हाफिजगंज ले आई। यहां उससे लंबी पूछताछ की।
समीर उर्फ कुंजा 15 साल की उम्र से पशुओं का कटान कर रहा है। उसका एक गिरोह है। एसटीएफ ने कैमरे के सामने उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि एक घंटे में ही खाल उतारने के बाद मौके पर ही पूरा मांस बेच देता है। बताया कि वह 23 साल का है। आठ साल पहले उसने पशु चोरी और कटान शुरू किया था। रात में वह घुमंतू पशुओं की चोरी करता था। किसी सुनसान जगह ले जाकर उनका कटान करता था। पशु मांस के दो- दो किलो के पैकेट तैयार कर बेचता था।
25 अक्तूबर 2023 की रात हाफिजगंज थाना क्षेत्र में जसपुर मार्ग पर सुनसान स्थान पर वह और उसके साथी संरक्षित पशुओं का कटान कर मांस की पैकिंग कर रहे थे। तभी थाना पुलिस ने दबिश दी। उसके साथी सलीम निवासी रामपुर, कुंजी निवासी रोहतक हरियाणा, बरेली निवासी आजम और राशिद मौके से फरार हो गए थे। तब से हाफिजगंज पुलिस उसे तलाश कर रही थी। एसटीएफ इंस्पेक्टर दिलीप तिवारी ने बताया कि गिरफ्तारी के बचने के लिए वह मुंबई भाग गया था। वहां रिश्तेदारों के मीट के कारोबार में सहयोग कर रहा था। महाराष्ट्र की क्राइम ब्रांच ने भी उसे पकड़वाने में मदद की। अब्दुल कादिर, सीओ एसटीएफ बरेली ने बताया कि टीम गौतस्करी करने वाले 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश को महाराष्ट्र के ठाणे से गिरफ्तार कर लखनऊ मुख्यालय लेकर आई है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।