मृतक के तहेरे भाई पप्पू ने बताया कि शुक्रवार रात शांतिपाल खेत से काम करके घर लौटे और रोजाना की तरह खाना खाकर सो गए। शनिवार सुबह जब वह उठे नहीं, तो पप्पू ने घर में झांक कर देखा। उन्होंने पाया कि शांतिपाल का शव चारपाई पर पड़ा था और उनके गले पर सूजन व चोट के निशान थे। इस बात की सूचना मिलते ही परिवार में हड़कंप मच गया। परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
शांतिपाल कई साल पहले अपनी पत्नी से अलग हो चुके थे और अकेले रहकर खेती-बाड़ी करके अपना जीवन बिताते थे। वह शराब पीने के आदी थे और अक्सर गांव के लोगों के साथ दारू पार्टी भी किया करते थे। गांव में उनके किसी से कोई रंजिश नहीं थी और वे सबसे बातचीत किया करते थे।
मृतक के परिजनों ने स्पष्ट रूप से किसी रंजिश या विवाद से इंकार किया है, लेकिन उनका मानना है कि शांतिपाल की हत्या गला घोंटकर की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि शांतिपाल की मृत्यु स्वाभाविक थी या फिर इसमें किसी तरह का संदेहास्पद तत्व शामिल है।फतेहगंज पश्चिमी थाना की पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है।