काम करने वाले एक मजदूर ने बताया कि, शुक्रवार रात को बारिश की वजह से नींव में पानी भर गया था, शनिवार सुबह जब हम लोग काम करने आए तो देखा पत्थर नींव में भरे पानी के ऊपर ही तैर रहा है। फिर उसे उठाकर साफ पानी में डाला तो भी वो लगातार तैर रहा था। पानी में बार-बार उसे दबाया लेकिन, हर बार पत्थर तैरकर ऊपर आ जा रहा है। वहीं क्षेत्रीय लोगों में इसे लेकर काफी उत्साह है कई लोग इसे मंदिर में स्थापित करने पर भी बातें कर रहे हैं। फिलहाल उस पत्थर को पानी पर तैरता हुआ देखने की होड़ सी लगी हुई है।
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गोरखपुर में ‘मुस्लिमों नाम वाले वार्डों के नाम में बदलाव, महापुरुषों की याद दिलाएगा हर एक मोहल्ला अद्भुत पत्थर के जमीन से निकलने पर अब लोग एक चमत्कार के तौर पर देख रहे हैं। वहीं लोगों के बीच इसे जियोलोजिकल सर्वे और एएसआई टीम को देने की चर्चाएँ भी हैं, जिससे इसकी जांच हो सके। ताकि ये रामायण कालीन है अथवा नहीं इसकी जांच हो सके। सात किलो वजनी पत्थर पानी की सतह पर पूरी तरह से तैर रहा है। लोगों में नल और नील के द्वारा समुद्र पर बांधे गए पल वाले पत्थर से जोड़कर देख रहे हैं। भगवान श्रीराम का चमत्कार बता रहे हैं।