पुलिस एवं ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार नंदकिशोर खेत पर श्वान को रोटी खिलाने की बात कहकर घर से निकला था। काफी देर तक नही लौटने पर घरवालों ने फोन लगाया। लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने पर परिजनों ने खेत का रुख किया। इस दौरान तेज बरसात से रास्ते में पड़ने वाले नाले में उफान था।
इससे वे लम्बा घूमकर खेत पहुंचे। परिजन और ग्रामीणों ने जब वहां देखा तो उनके होश उड़ गए। नंदकिशोर टापरी के पास धोरे में निश्चेत पड़ा हुआ था। बताया जाता है कि रात को तेज बरसात के दौरान आकाशीय बिजली पेड़ पर गिरी।
इसने पेड़ के नीचे बनी टापरी में सोये नंदकिशोर व श्वान को भी चपेट में ले लिया। सूचना पर देर रात हरनावदाशाहजी पुलिस भी मौके पर पंहुच गई थी। बाद में उसे हरनावदाशाहजी चिकित्सालय लाए। शनिवार सुबह पोस्टमार्टम कराकर शव परिजन को दे दिया गया।