उन्होंने जिला कलक्ट्रेट के सामने स्थित सांसद कार्यालय में तोडफ़ोड़ कर दी। इस दौरान वहां मौजूद कुछ वरिष्ठ भाजपा नेता पीछे के दरवाजे से पैदल दौड़ लगाते नजर आए तो कई नेता अंदर कमरों में बंद रहे। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भाजपा कार्यकर्ताओं को वहां से खदेड़ा। जिला परिषद में भाजपा को 13 वार्डों में जीत मिली थी, जबकि कांग्रेस 12 वार्डों में जीत सकी थी। इसके बावजूद कांग्रेस ने जिला प्रमुख का पद भाजपा से छीन लिया।
दिननभर डटे रहे भाजपाई, कांग्रेस ने सत्ता हथियाई
सुबह 10 बजे जिला प्रमुख पद के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के बाद से सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता जिला कलक्ट्रेट के सामने डटे हुए थे। अपहरान्ह तीन बजे बाद जैसे ही भाजपा के सभी 13 उम्मीदवार एक बस से पीपीई किट पहने भाजपा उम्मीदवार जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे तो भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह दोगुना हो गया।
इसके यह लोग जय श्रीराम का उद्घोष करते रहे। करीब चार बजे कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार तीन कारों से मतदान के लिए पहुंचे। शाम करीब पांच बजे जिला निर्वाचन अधिकारी राजेन्द्र विजय ने परिणाम की घोषणा की। इसके बाद वहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ता खुशी से झूमते हुए परिणाम बताने के लिए बाहर की दौड़ पड़े। कांग्रेस उम्मीदवार उर्मिला जैन के विजय के समाचार से भाजपा समर्थकों में खासी मायूसी दौड़ गई।