scriptगर्भवती की मौत के बाद गायनी विभागाध्यक्ष समेत दो डॉक्टर और नर्सिंग अधीक्षक को हटाया | After the death of a pregnant woman, two doctors including the head of the gynecology department and the nursing superintendent were removed | Patrika News
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गर्भवती की मौत के बाद गायनी विभागाध्यक्ष समेत दो डॉक्टर और नर्सिंग अधीक्षक को हटाया

जिला अस्पताल में भर्ती प्रसूता कोनिका शर्मा व उसके गर्भस्थ शिशु की मृत्यु के मामले में अस्पताल प्रशासन ने दो महिला चिकित्सकों को एमसीएच से हटा दिया तथा अन्य मांगों के संदर्भ में चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी। इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

बारांJan 28, 2025 / 12:48 pm

mukesh gour

जिला अस्पताल में भर्ती प्रसूता कोनिका शर्मा व उसके गर्भस्थ शिशु की मृत्यु के मामले में अस्पताल प्रशासन ने दो महिला चिकित्सकों को एमसीएच से हटा दिया तथा अन्य मांगों के संदर्भ में चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी। इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

जिला अस्पताल में भर्ती प्रसूता कोनिका शर्मा व उसके गर्भस्थ शिशु की मृत्यु के मामले में अस्पताल प्रशासन ने दो महिला चिकित्सकों को एमसीएच से हटा दिया तथा अन्य मांगों के संदर्भ में चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी। इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

लेबर रूम और वार्ड प्रभारी समेत 15 नर्सिंगकर्मियों को भी बदला

बारां. जिला अस्पताल में भर्ती प्रसूता कोनिका शर्मा व उसके गर्भस्थ शिशु की मृत्यु के मामले में अस्पताल प्रशासन ने दो महिला चिकित्सकों को एमसीएच से हटा दिया तथा अन्य मांगों के संदर्भ में चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी। इस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले रविवार को चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने शव के साथ जिला अस्पताल के समक्ष जाम लगा दिया तथा धरना-प्रदर्शन कर रोष जताया था। इस दौरान कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन व पुलिस बल का पर्याप्त बंदोबस्त रहा। परिजनों की मांग पर चर्चा की गई। दो दौर की वार्ता के बाद सहमति बनने पर शाम करीब पांच बजे धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया। करीब 5 घंटे तक अस्पताल रोड की यातायात व्यवस्था प्रभावित रही। परिजन जिला कलक्टर को मौके पर बुलाने पर अड़े हुए थे। उनके स्थान पर एडीएम दिव्यांशु शर्मा, एएसपी राजेश चौधरी व सीएमएचओ डॉ. संजीव सक्सेना व डीएसओ अनिल चौधरी ने समझाइश कर मामला शांत किया।
पहले दिन से बयान लिए और पूछताछ शुरू

सूत्रों ने बताया कि जिला कलक्टर के आदेश पर जिला रसद अधिकारी अनिल चौधरी के सुपरविजन में वह समेत चार सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया। इसमें जिला अस्पताल के बाहर से जिले के तीन वरिष्ठ चिकित्सकों को शामिल किया गया है। कमेटी ने आदेश होने के साथ ही सोमवार से ही जांच शुरू कर दी। पहले दिन जिला अस्पताल में एमसीएच के कुछ कर्मचारियों के बयान लिए गए है। इसके अलावा गायनी विभाग के दो महिला चिकित्सकों को गायनी विभागाध्यक्ष सह आचार्य डॉ. मधु मीणा व रेजीडेंट डॉ. नेहल गुप्ता को एमसीएच से हटाकर मेडिकल कॉलेज लगाया गया है।
लेबर रूम प्रबंधक समेत 15 कर्मी बदले

उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. नरेन्द्र कुमार मेघवाल ने सोमवार को आदेश जारी कर एमसीएच (मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य) ङ्क्षवग में संचालित लेबर रूम के तीन नर्सिंगकर्मियों को वहां हटा दिया है। लेबर रूम प्रबंधक समेत एमसीएच के 15 नर्सिंग ऑफिसरों को इधर-उधर लगाया है। अब लेबर रूम प्रभारी ममता मीणा को पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड प्रभारी तथा अनिता श्रीवास्तव को लेबर रूम प्रबंधक नियुक्त किया है। एएनसी वार्ड प्रबंधक सीनियर नर्सिंग ऑफिसर जगमोहन को एमसीएच नर्सिंग अधीक्षक प्रथम व हरिमोहन सांमरिया को नर्सिंग अधीक्षक द्वितीय लगाया गया है।
यह था मामला

शहर के प्रताप चौक सत्संग भवन रोड निवासी लेखराज शर्मा की गर्भवती पत्नी कोनिका को 24 जनवरी को रात करीब 8 बजे प्रसव पीड़ा होने पर भर्ती कराया गया था। 25 जनवरी को सुबह करीब साढ़े नौ बजे चिकित्सक राउंड के समय कोनिका की तबीयत बिगड़ गई थी। उसके बाद चिकित्सकों ने इंजेक्शन व दवा तथा सीपीआर देकर रेफर कर दिया था, लेकिन इसी बीच परिजनों ने मृतका को एलर्जी होने के बाद भी इंजेक्शन लगाकर गलत उपचार करने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। चिकित्सकों के अलावा मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन की समझाइश पर दोपहर करीब डेढ़ बजे परिजन उसे लेकर कोटा के लिए रवाना हुए। कोटा में जांच के बाद मृत घोषित करने से रोष गहरा गया। पति लेखराज ने डॉ. मधु मीणा, नेहल गुप्ता, सोहन राजपुरोहित, रवि मीणा, संतोष डडवारिया, लेबर रूम प्रभारी नर्सिंग ऑफिसर ममता मीणा व आशा रानी वर्मा, निशा मीणा आदि के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्ज कराया था।
दो दर्जन से अधिक पर मामला दर्ज

शव के साथ जाम लगाकर प्रदर्शन करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने उच्चाधिकारियों के आदेश पर दो दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। कोतवाली प्रभारी योगेश चौहान ने बताया कि शव के साथ रोड जाम करने के मामले में परिजन समेत दो दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उल्लेखनीय है कि एम्बूलेंस में शव रखकर जाम लगाने व प्रदर्शन करने की फोटो वीडियो वायरल हो गए थे। इससे कुछ देर पहले कोटा रोड पर एफसीआई गोदाम के समीप पुलिस प्रशासन की ओर से एम्बुलेंस रोकने के घटनाक्रम के भी वीडियो वायरल हुए थे।

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