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आयुर्वेद चिकित्सा अपनाने से होता है रोग का समूल नाश

बारां. आयुर्वेद विभाग की ओर से शनिवार को सत्संग भवन रोड स्थित राजकीय आयुर्वेद चल चिकित्सा ईकाई में नि:शुल्क जांच चिकित्सा एवं औषध वितरण शिविर आयोजित किया गया। शिविर में मुख्य अतिथि जिला प्रमुख उर्मिला जैन भाया थी।

बारांMar 26, 2022 / 09:31 pm

Hansraj

आयुर्वेद चिकित्सा अपनाने से होता है रोग का समूल नाश

आयुर्वेद चिकित्सा अपनाने से होता है रोग का समूल नाश

आयुर्वेद चिकित्सा अपनाने से होता है रोग का समूल नाश
निशुल्क जांच चिकित्सा एवं औषध वितरण शिविर में 204 रोगियों को दिया परामर्श
बारां. आयुर्वेद विभाग की ओर से शनिवार को सत्संग भवन रोड स्थित राजकीय आयुर्वेद चल चिकित्सा ईकाई में नि:शुल्क जांच चिकित्सा एवं औषध वितरण शिविर आयोजित किया गया। शिविर में मुख्य अतिथि जिला प्रमुख उर्मिला जैन भाया थी। अध्यक्षता नगर परिषद सभापति ज्योति पारस ने की। विशिष्ट अतिथि युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष शरद शर्मा, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष हिमांशु धाकड़ व पार्षद मयंक माथोडिय़ा थे। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिला प्रमुख ने कहा कि वर्तमान परिपेक्ष में जनसामान्य को आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को अपनाना चाहिए। इससे रोग का समूल नाश होता है। साथ ही शरीर सुदृढ़ एवं मजबूत बनता है। वर्तमान में आयुर्वेद की अनेक पद्धतियां हैं। जिनमें पंचकर्म, क्षारसूत्र, जलोका अवचारण, अग्निकर्म आदि का प्रचलन बढ़ा है। इनसे रोगियों को भिन्न-भिन्न प्रकार की बीमारियों में लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि जिले में आयुर्वेद विभाग के आंचल प्रसूता केंद्र, जरावस्था केंद्र, रसायन शाला व हर्बल गार्डन समेत अनेक प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं संचालित है। जिले में आयुर्वेद विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी सेवा कार्य से जुड़ें हुए हैं। उन्होंने पाश्र्वनाथ चैरीटेबल ट्रस्ट के सेवा कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे शिविर में किसी भी प्रकार की आवश्यकता हो, तो ट्रस्ट का सहयोग ले सकते हैं। सभी को आयुर्वेद का व्यापक प्रचार प्रसार करना चाहिए। साथ ही शिविर में जनसामान्य को स्वास्थ्य संबधी जानकारी देनी चाहिए। इस दौरान जिला प्रमुख जैन व सभापति पारस ने जीर्ण-शीर्ण भवन का शीघ्र जीर्णोद्धार करवाने के लिए आश्वासन दिया। उन्होंने जिला आयुर्वेद चिकित्सालय में पंचकर्म, क्षारसूत्र, आंचल प्रसूता, जरावस्था यूनिट प्रदान करने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। शिविर प्रभारी डॉ. हरिशंकर मीणा ने बताया कि एमिल फार्मास्युटिकल के सौजन्य से आयोजित इस शिविर में मधुमेह एवं हीमोग्लोबिन की जांच की सुविधा कंपनी की ओर से की गई। शिविर में डॉ. जितेंद्र सिंह हाड़ा ने रक्तालपता, मधुमेह, गुदारोग तथा आहार, विहार, योगासन, दिनचर्या एवं रात्रिचर्या के बारे में जानकारी दी। इससे पूर्व अतिथियों ने भगवान धन्वंतरी की पूजा अर्चना कर शिविर का शुभारंभ किया। शिविर प्रभारी डॉ. हरिशंकर मीणा एवं स्टॉफ ने जिला प्रमुख का साफा बांधकर, माल्यार्पण व शॉल ओढ़ाकर तथा अन्य अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। शिविर में समाज सेवी महावीर माथोडिय़ा, सुरेंद्र किराड़, सहायक उप निदेशक डॉ. रविंद्र प्रसाद गौतम, आयुर्वेद चिकित्सा संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. हेमराज सेन, डॉ. अजय वर्मा, डॉ. मीनाक्षी मीणा, वरिष्ठ कंपाउंडर शंकरलाल सेन, विष्णु प्रसाद गौतम, शिवशंकर नागर, रजनीश पारीक, छीतरमल पोटर, सहायक कर्मचारी शिवनारायण नागर, प्रेमनारायण राव, सुरेंद्र नागर आदि ने सहयोग किया। शिविर में मरीजों को मधुमेह, रक्ताल्पता, पाईल्स व फिस्टुला की जांच व चिकित्सा परामर्श कर औषधी का नि:शुल्क वितरण किया गया। जिनमें 204 को परामर्श दिया एवं 182 जांचें की। विभाग के उप निदेशक डॉण् प्रभूदयाल शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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