समारोह की अध्यक्षता बांसवाड़ा पंचायत समिति के प्रधान दूधालाल मईड़ा ने की। विशिष्ट अतिथि रमसा के अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक जयदीप पुरोहित, तहसीलदार एसएल जैन, डायालाल जोशी तलवाड़ा, विकास अधिकारी डा. दलीपसिंह यादव, जिला परिषद सदस्य किशोरीलाल मईड़ा, रणछोड़ पाटीदार, बड़वी सरपंच प्रेमा मईड़ा, पंचायत समिति सदस्य रमीला, रावजी मईड़ा रहे। आरंभ में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक राजेंद्रप्रसाद द्विवेदी ने स्वागत भाषण दिया। कार्यवाहक संस्थाप्रधान व स्टाफ ने अतिथियों का स्वागत किया। विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। संचालन वंदना त्रिवेदी ने किया। आभार डायालाल जोशी ने व्यक्त किया।
‘कंदो मालामाल, आयो ऐहड़ो झूलेलाल’
बांसवाड़ा. ‘कंदो मालामाल, आयो ऐहडो झूलेलाल, जय हो जय हो जय हो, मुंहिजे झूलण जा साथी चओ झूलेलाल’ भगवान झूलेलाल के सिंधी गीतों पर सिंधी समाज के लोग मंगलवार को झूम उठे। मौका था सिंधी समाज के इष्टदेव भगवान झूलेलाल सांई के 26वें वंशज ठाकुर साई मनीषलाल के पहली बार बांसवाड़ा आगमन पर सिंधू सागर सिंधी धर्मशाला में झूलेलाल सेवा समिति एवं सिंधी महिला सेवा समिति की ओर से आयोजित स्वागत समारोह का। मंगलवार को सिंधी भाषा दिवस का भी आयोजन धूमधाम से किया गया।
कार्यक्रम में समाज अध्यक्ष सुभाषचन्द्र छाबड़ा, संरक्षक गोकूलदास रूपचंदानी, सचिव अनिल मेठानी, समिति के संरक्षक हरेश लखानी, अध्यक्ष गोपाल लालवानी, घनश्याम आरतानी, सुनील मंगलानी, विनोद खत्री, महिला समिति की ओर से अध्यक्ष ज्योति रूपचंदानी एवं रेखा आरतानी, राष्ट्रीय समाज के दिलीप वाधवानी ने स्वागत किया। इस अवसर पर भजन-कीर्तन, अरदास एवं आरती हुई। बाद में भगतराम प्रकाश ने सिंधी गीतों एवं भजनों से समा बांध दिया। कार्यक्रम में समाज के घनश्याम नूर ने सिंधी भाषा दिवस के बारे में जानकारी दी।