भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग ने सबसे पहले 1990-91 में यहां का सर्वे किया था। इसमें पहली बार स्वर्ण के संकेत मिले थे। इस पर 69.658 वर्ग किलोमीटर के तीन ब्लॉक एक्सप्लोरेशन के लिए आरक्षित किए गए थे। इस क्षेत्र में एक्सप्लोरेशन के दौरान 15 ब्लॉकों में 171 बोर होल्स में 46037.17 मीटर ड्रिलिंग पर स्वर्ण भंडार पाए गए। इससे तैयार की रिपोर्ट के विश्लेषण से पता चला कि 14 ब्लॉकों में 1.945 ग्राम प्रति टन के लगभग 114.76 मिलियन टन सोने के भण्डार का अनुमान है। गौरतलब है कि अभी तक 9 वर्ग किलोमीटर में फैले जगपुरा भूमिका क्षेत्र के लिए फर्म का नाम तय हुआ है। जबकि, काकरिया के 2 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में खोज होना बाकी है।
भुकिया-जगपुरा के 14 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में सोने का विशाल भंडार हैं। 114.76 मिलियन टन स्वर्ण अयस्क का प्रारंभिक अनुमान लगाया गया, इसमें स्वर्ण धातु की मात्रा 222.39 टन आंकी गई है। यहां सोने के अयस्क के खनन के दौरान 1 लाख 74 हजार टन से अधिक तांबा और 9700 टन से अधिक निकल और 13500 टन से अधिक कोबाल्ट खनिज प्राप्त होगा।
उदयपुर खान निदेशक के यहां से रतलाम की फर्म सैयद ओवैस अली फर्म का नाम फाइनल कर दिया गया है। अब कंपनी 100 करोड़ रुपए जमा करेगी। इसके बाद लेटर ऑफ इंटेंट जारी होगी। इसमें जो शर्त होंगी वह पूरी करने के बाद आगे काम बढ़ेगा। सबसे ज्यादा बोली 65.30 प्रतिशत लगाने पर इस फर्म को काम दिया गया है।
गौरव मीणा, खनि अभियंता
भगवती प्रसाद, निदेशक खनिज विभाग