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गौरतलब है कि सीएपीएफ की एक कंपनी में 70 से 80 सशस्त्र जवान होते हैं। तीनों जिलों के मौजूदा जाप्ते के साथ बाहर से आने वाला पुलिस बल यानी दस हजार पुलिसकर्मी चुनाव और मतगणना जुटाए जाएंगे।
संभाग के डूंगरपुर जिले के आठ बूथ वलनरेबल माने गए हैं, तो कुछ और प्रतापगढ़ के जुडऩे की संभावना है। चार श्रेणियों में आने वाले वलनरेबल बूथ वे केंद्र माने जाते हैं, जहां किसी जाति विशेष की दबंगई चलती हो और पिछले चुनाव में कमजोर वर्ग के लोगों को मतदान से वंचित किया हो। साथ ही मतदान का प्रतिशत उन मतदान केंद्रों पर कमजोर वर्गों का कम तथा बहुल जाति के मतदाताओं का अधिक रहा हो। इसके अलावा दबंगों अथवा आपराधिक किस्म के लोगों द्वारा वोटरों को डराने- धमकाने की पुरानी घटना तथा आगे आशंका पर भी केंद्र वलनरेबल बूथ के रूप में चिन्हित किए हैं। इसके दीगर, जिन बूथों पर झगड़ा और कैप्चरिंग की वारदात होती रही हैं, या पिछले चुनाव में किसी एक प्रत्याशी के पक्ष में बहुत अधिक या बहुत कम वोट पड़े हों, जिन बूथों तक पहुंचने का रास्ता मुश्किल हो, वे क्रिटिकल माने गए हैं। इनकी सुरक्षा में सशस्त्र जाप्ता लगेगा। गौरतलब है कि 2018 में चुनाव कराने के लिए सीएपीएफ की बांसवाड़ा में पांच, जबकि प्रतापगढ़ में छह यानी कुल 11 कंपनियां बुलाई गई। फिर मतगणना के समय इनके अलावा डूंगरपुर में नौ यानी तीनों जिलों में कुल 20 कंपनियां तैनात की गईं।
इनका कहना है…
रेंज स्तर से विधानसभा चुनाव की तैयारी जारी है। जाप्ते को लेकर प्लानिंग की है। सीएपीएफ की पांच कंपनियां मिल चुकी हैं। फिलहाल 20 और कंपनियों की मांग की गई है। एस परिमला आईजीपी, बांसवाड़ा रेंज
सीमाओं पर होगी कड़ी चौकसी
चुनाव शराब, नकदी बांटने-लाने जैसी अवैध अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए पड़ोसी मध्यप्रदेश और गुजरात की सीमा पर पुलिस के 30 चैक पोस्ट लगेंगे। राज्य के भीतर जिलों की सरहदों पर भी 44 जगह पुलिस टीमें निगरानी में डटेंगी। उडऩदस्तों, स्टेटिक्स सर्विलांस टीमें, क्यूआरटी, ईवीएम गार्डस सहित सुरक्षा के लिहाज से अधिकारी-जवान तैनात लगेंगे।
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इनके लिए भी जोड़ा गणित
हर विधानसभा क्षेत्र के पांच प्रत्याशी चुनाव मैदान में हो तो संभाग में दस प्रत्याशियों में प्रत्येक के साथ पांच का जाप्ता लगेगा। 11 ऑब्जर्वर के लिए 33, 24 घंटे नियंत्रण कक्ष संचालन के लिए तीन शिफ्ट में 90 और 33 वायरलेस ऑपरेटर्स लगाना प्रस्तावित है। संभाग के तीनों जिलों में 33 पुलिस पर्यवेक्षकीय अधिकारियों के साथ 132, 11 एरिया मजिस्ट्रेट के लिए 22, 11 विधानसभा क्षेत्र पर्यवेक्षक अधिकारियों 44 और विधानसभा क्षेत्र, जिला और रेंज स्तर 26 टीमों का कुल रिजर्व 465 जवानों का रिजर्व जाप्ता रहेगा।