सर्वे टीमें बनेगी। बुखार से पीड़ित मिले रोगियों की मॉनिटरिंग की जाएगी। एंटी-लार्वा और एंटी एडल्ट गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। बुखार के रोगियों की रक्त पटिटका बनेगी। सफाई कर्मचारियों को लार्वा प्रदर्शन कर प्रशिक्षित किया जाएगा। मच्छर रोधी वार्ड की स्थापना होगी। नगर निगम से समन्वय स्थापित कर विभिन्न गतिविधियां की जाएंगी।
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नालियों की सफाई, एमएलओ डालना, फोगिंग करना, सड़कों पर बने गड्ढों को भरना, पानी के स्रोतों की सफाई, होर्डिंग के माध्यम से प्रचार प्रसार करना आदि जिम्मेदारियां दी गई है।
मौसमी बीमारियों संबंधित चालान की कार्रवाई में सहयोग, घर-घर सर्वे के दौरान आवश्यकता पर सहयोग, पुलिस थाना परिसर में मच्छररोधी गतिविधियां, खुली टंकियों को ढकने के निर्देश देने आदि काम करने में सहयोग करने का दायित्व सौंपा गया है।
मौसमी बीमारियों से होने वाली मृत्यु की डेथ ऑडिट, प्रतिदिनि रिपोर्ट गुगल शीट पर डलवाना, मच्छररोधी वार्ड आदि कार्य किए जाएंगे।
ग्रामसभा में प्रचार प्रसार करना, डेंगू आउटब्रेक में फोगिंग करवाना, मनरेगा वर्कस से गतिविधियां संपादित करना, नालियों में सफाई, पानी के स्रोत की सफाई करवाना आदि ग्राम स्तर के कार्य करवाए जाएंगे। इसके अलावा समाज कल्याण विभाग, हाउसिंग बॉर्ड, नर्सिंग काउंसलिंग, शिक्षा विभाग, उडडयन विभाग, रक्षा विभाग, पीएचईडी, ईएसआई अस्पताल, रेलवे अस्पताल, महिला एवं बाल विकास विभाग, पशुपालन विभाग, आयुर्वेद विभाग को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई है। सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर मौसमी बीमारियों के प्रकोप को रोकने में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे। हालांकि जिले में कई विभाग स्थापित नहीं है, ऐसे में जो विभाग कार्यररत है वह समन्वय स्थापित कर कार्य करेंगे।
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