थाना प्रभारी शिवनाथ सिंह चारण ने बताया कि बिछावाड़ा निवासी गटू (30) पुत्र पैमा आड़ा अपने दो साथियों धुलजी और नागजी के साथ 7 अगस्त की रात करीब दस बजे गांव के पास ही हिरण नदी के एनिकट पर मछली मारने के लिए गया था। तभी लगातार बारिश की वजह से पानी का बहाव बढ़ गया। इससे गटू का पैर फिसल गया और वह अपना संतुलन खो बैठा। इससे गटू सीधा गहरे पानी में सरक गया। वारदात की के बाद उसके साथियों ने काफी देर तक गटू को देखने का प्रयास किया, लेकिन उनको कोई सुराग नहीं लगा।
इसके बाद गटू के पानी में बह जाने की सूचना परिजनों ने गांव तक पहुंचाई। इसकी जानकारी पर मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और गटू को ढूढऩे के प्रयास किए गए। इसके बाद भी गटू का कहीं कोई सुराग नहीं लगा। इस पर थक कर परिजनों ने इसकी सूचना दूसरे दिन आठ अगस्त दोपहर बाद तीन बजे थाने पर आकर दी। सूचना पर हादसा स्थल पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से युवक को ढूढऩे के प्रयास शुरू किए। साथ ही नदी के बहाव क्षेत्र को भी देखा गया, लेकिन तीसरे दिन उसका कहीं कोई सुराग नहीं लगा।
इसके बाद मंगलवार दोपहर के समय अचानक शव उपर आ गया और पाड़ला एनिकट के पास शव पानी में तैरता हुआ दिखाई पड़ा। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को पानी से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा गया। पुलिस ने प्रकरण में मर्ग दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।