विभाग के अनुसार माही बांध का लेवल ( mahi dam water level ) 280.15 मीटर पहुंच गया है, जबकि माही बांध की भराव क्षमता 281. 50 मीटर है। वहीं मध्यप्रदेश से भी पानी की आवक लगातार जारी है। इस बीच कागदी और सुरवानिया बांध के गेट खोल दिए गए हैं। घाटोल का हेरोडेम भी भर गया है. नदी- नालों में पानी की तेजी से आवक हो रही है. बांसवाड़ा के कुशलगढ़ में एक दिन पहले ही पांच इंच से ज्यादा पानी गिरा था. वहीं गढ़ी में भी चार इंच के करीब बारिश हुई थी. जबकि सल्लोपाट, दानपुर व अरथूना मे तीन इंच से अधिक बारिश हुई थी. इसी दरम्यिान केसरपुरा, घाटोल, भूंगडा, जगपुरा, लोहारिया, बागीदौरा, शेरगढ़ व सज्जनगढ़ में भी दो-दो इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई थी.
विभाग ने जारी किया अलर्ट
इधर, माही के गेट खोलने की संभावना को देखते हुए डाउन स्ट्रीम में जल बहाव क्षेत्र को अवरोधमुक्त रखने का अलर्ट जारी कर दिया गया है। माही परियोजना के अधिशासी अभियंता ने बताया कि कभी भी गेट खोले जा सकते हैं। तीनों जिलों बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ और डूंगरपुर के कलक्टर के साथ उपखंड अधिकारियों और बांसवाड़ा, छोटी सरवन, घाटोल, पीपलखूंट, प्रतापगढ़, साबला, आसपुर और आगे गलियाकोट क्षेत्र के तहसीलदारों को भी माही नदी से प्रभावित क्षेत्र में लोगों को सचेत करने का आग्रह किया गया है।
वहीं बांसवाड़ा से सटे डूंगरपुर जिले में पिछले 24 घंटों से रुक रुककर बारिश हो रही है। इससे डूंगरपुर के विश्वविख्यात त्रिवेणी जल संगम बेणेश्वर धाम में नदियां उफान पर आ गईं। इससे बेणेश्वर धाम टापू में बदल गया। सोम, माही और जाखम तीनों नदियों में पानी की आवक बढऩे से बेणेश्वर के तीनों पुल डूब गए हैं।