डेम एक्सईएन पीसी रेगर ने बताया कि मध्यप्रदेश में हो रही तेज बारिश के कारण रात 10:00 बजे बाद 6 गेट दो-दो मीटर खोले गए हैं। जबकि दो गेट की ऊंचाई एक एक मीटर रखी गई है। इस तरह 80000 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ा जा रहा है।
माही डेम में पानी की आवक जारी है। डेम इस समय पूरी तरह भरा हुआ है। इसलिए जितना पानी आ रहा है उतने की निकासी की जा रही है। गौरतलब है कि एक दिन पूर्व डेम के गेट दोपहर बाद बंद कर दिए थे। इस सीजन तीसरी बार डेम के गेट खोले गए हैं।
दानपुर में दो इंच गिरा पानी
दक्षिण राजस्थान में मौसम में बदलाव और
मानसून की वापसी के बाद शुक्रवार को भी जिलेभर में कहीं कम तो कहीं जमकर बारिश हुई। सबसे ज्यादा दानपुर में करीब दो इंच पानी गिरा। मौसम विशेषज्ञों की मानें, तो आगे दो दिन इसी तरह अस्थिर बारिश का सिलसिला रहने के आसार हैं। इससे पहले शुक्रवार को पहले की तरह दिन की शुरुआत उमस भरे वातावरण के बीच हुई। इसके चलते गर्मी से लोग परेशान रहे। इसके बाद शाम को मौसम ने फिर पलटा खाया। मौसम विभाग के अनुसार हवाओं के पैटर्न में बदलाव और नमी की अधिकता से तेज बारिश हुई। इससे वातावरण थोड़ा ठंडा हुआ।
मानसून की आखिरी बारिश का दौर
इस बीच, बाढ़ नियंत्रण कक्ष से सुबह छह बजे से शाम आठ बजे तक जिले में सर्वाधिक बारिश दानपुर में 50 मिलीमीटर दर्ज की। इसके दीगर जगपुरा में 31 मिमी,
बांसवाड़ा में 8, बागीदौरा में 5, केसरपुरा और भूंगड़ा में 3-3, गढी में और शेरगढ़ में दो-दो मिलीमीटर बारिश हुई। निन दबाव प्रणाली या चक्रवाती परिसंचरण के चलते बारिश और मौसम में अस्थिरता बनी रही। विभाग के अनुसार मानसून की आखिरी बारिश का दौर 29 सितंबर तक जारी रह सकती है। गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार को जिले के अधिकांश हिस्सों में थोड़ी-बहुत बरसात हुई। इसमें सर्वाधिक दानपुर में 23 और लोहारिया में 22 मिमी दर्ज की गई।