गौरतलब है कि इससे पहले 13 सितंबर को रामदेव जयंती, 14 सितंबर को दूसरा शनिवार, 15 सितंबर को रविवार और 16 सितंबर ईद-ए-मिलाद के चलते भी अवकाश रहा। ऐसे में जिले में लगातार 5 दिन की छुट्टी हो गई।
धूमधाम से मनाई जाती है अनंत चतुर्दशी
अनंत चतुर्दशी पर प्रदेश में कई आयोजन किए जाते है। बांसवाड़ा में भी इस दिन बड़े आयोजन होते है। यहां घर-घर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना होती है। सुबह से ही प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर शुरू हो जाता है।
मान्यता है कि सालभर में इस दिन श्रीहरि की पूजा कर ली जाए तो 14 साल तक अनंत फल प्राप्त होता है। पांडवों को भी इस व्रत के प्रताप से खोया राजपाठ मिला था।
अनंत पूजा का शुभ मुर्हूत
ज्योतिष राकेश मिश्रा के अनुसार, भाद्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप की पूजा की जाती है। इस बार भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप की पूजा मंगलवार को की जाएगी। मिथिला पंचांग के अनुसार चतुर्दशी तिथि का आरंभ 16 सितंबर दिन के 1:15 से हो रहा है एवं समापन 17 सितंबर दिन के 11.09 पर होगा। इसलिए अनंत चतुर्दशी उदया तिथि में 17 सितंबर को मनाया जाएगा। पूजा शुभ मुहूर्त प्रात: 8.52 से दोपहर 1.31 तक है।