यह है पूरा मामला ( Banswara News )
जानकारी के अनुसार रात करीब साढ़े दस बजे कार्यालय भवन की ऊपरी मंजिल पर लेखा शाखा कक्ष में आग लग गई। जानकारी मिलने पर विद्युत नगर परिसर में निवासरत कार्मिक मौके पर पहुंचे। अधिकारियों तथा नगर परिषद के दमकल केंद्र पर इत्तला दी। साथ ही ऊपरी मंजिल की बिजली की लाइन भी बंद कराई। करीब २० मिनट में दमकल पहुंची और जिस कक्ष में आग लगी थी, उसकी बाहरी खिडक़ी तोडक़र निगम कार्मिकों के सहयोग से आग पर काबू पाया। घटना के समय कंट्रोल रूम में तैनात कार्मिक ने बताया कि रात करीब दस बजे उसने कुछ आवाजें सुनी। इस पर वह कक्ष से बाहर आया तो आग लगते देखी। इसके बाद बाहर परिसर में घूम रहे गार्ड ने बताया कि एक व्यक्ति को मेन गेट फांद कर भागते देखा है।
खिडक़ी से लगाई आग! जिस कक्ष में आग लगी, उसका मुख्य गेट बंद था। समीप की खिडक़ी में कूलर पड़ा था। मौके की स्थिति से एेसा प्रतीत हुआ कि संदिग्ध ने कूलर को कुछ आगे खिसकाया और जगह बनाकर खिडक़ी से सटी रैक पर रखी फाइलों को आग लगा दी। कागज होने से कुछ ही देर में आग फैल गई और उसने समीप रखी एक अन्य रैक पर रखी फाइलों को भी अपनी चपेट में ले लिया। इससे तीन खंड वाली रैकों में रखी फाइलों में से कई पूरी तरह जल गई तो कई के आधे से अधिक हिस्से राख हो गए।
गहराये संदेह के बादल बताया गया कि घटना में जो फाइलें जली हैं, वे सौभाग्य और कुसुम योजना से जुड़ी हुई थीं। इसके अतिरिक्त कई अनुबंध पत्र (स्टाम्प) भी जल गए। बताया गया कि गुरुवार को ही मुख्य अभियंता ने बांसवाड़ा यात्रा के दौरान ठेकेदारों की पोल की बिलिंग की जांच के निर्देश दिए थे और अगले ही दिन करोड़ों रुपए के काम से जुड़ी फाइलों में आग लगने से पूरा मामला संदेह के घेरे में आ गया है।
अधिकारी पहुंचे, पुलिस को इत्तला घटना के बाद लेखाधिकारी सुरेश मेनारिया, अधिशासी अभियंता व प्रावैधिक सहायक नीतिश दोसी सहित अन्य अभियंता भी एसई कार्यालय पहुंचे। यहां मेनारिया ने बताया कि दस बजे उन्हें आग लगने की इत्तला मिली। इस पर वे कार्यालय पहुंचे। कक्ष में दो रैक पर रखी फाइलें जली हैं। केश व कक्ष के अन्य हिस्सों में रखी फाइलें सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि अधीक्षण अभियंता के जिले से बाहर होने पर उन्हें घटना की सूचना दी है। रात करीब 12 बजे मेनारिया कोतवाली थाना पहुंचे और पुलिस को भी घटना के बारे में सूचना दी।