इससे पहले अजगर को मारने की आशंका पर वन विभाग के देलवाड़ा वन नाका प्रभारी यशपालसिंह चौहान के नेतृत्व में टीम तलाशने में जुटी। क्षेत्रीय ग्रामीणों से पता चला कि अजगर शनिवार को सोनामगरी पंचायत के लक्ष्मीपुरा गांव में आंजनापाड़ा फले के नगला के घर में घुस गया था। तब भयभीत नगला ने अपने साथी राजू पुत्र धीरिया के साथ मिलकर उसे पकड़ा और रस्सी से बाइक पर बांधकर मुख्य मार्ग से होकर पास के उमरजाला वन खंड में छोड़ने गए। इसी बीच, इनके पीछे जा रहे किसी अज्ञात कार सवार ने बनाकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साझा कर दिया। मामले को लेकर चौहान ने रिपोर्ट दी।
इस पर मोटागांव थाना पुलिस ने नगला और राजू के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत आपराधिक प्रकरण दर्ज की। उधर, मोटागांव थानाधिकारी गंगाराम ने बताया कि वारदात में प्रयुक्त बाइक मिल गई है, लेकिन चालक नगला और उसका साथी राजू गांव से गायब हैं। उनकी पुलिस तलाश में है। प्रकरण की अग्रिम जांच जगपुरा चौकी प्रभारी एएसआई महिपालसिंह को सौंपी गई है।
जगपुरा-देलवाड़ा मार्ग का है वीडियो
उप वन संरक्षक जिग्नेश शर्मा के अनुसार वायरल वीडियो का डिजीटल वैरिफिकेशन कराने पर वह जगपुरा-देलवाड़ा मार्ग होने की पुष्टि हुई। फ्रेम-दर-फ्रेम तस्वीरों से बाइक नंबर के धुंधले संकेत पर परिवहन एवं पुलिस विभाग की मदद ली गई। नंबर पूरी तरह स्पष्ट नहीं हुआ, जिससे संदेह पर आनंदपुरी, सज्जनगढ़ और मोटागांव क्षेत्र के लोगों की तीन-चार मोटरसाइकिलों का पता लगाया गया। उसके बाद अजगर मामले में लिप्त मोटागांव क्षेत्र में सोनामगरी के बाइक सवारों की जानकारी मिली। पुराने चौकीदार से मांगी थी मदद
अजगर से क्रूरता के आरोपी नगला के परिजनों और पड़ोसियों से यह भी पता चला कि शनिवार को अजगर घर में घुसने पर उसने वन विभाग के प्लांटेशन क्षेत्र की कुछ वर्ष पहले चौकीदार कर चुके एक जने को जानकारी दी। उसने यह कहकर टाल दिया कि दशहरे की छुट्टी है। आज तो वन विभाग की चौकी पर कोई नहीं मिलेगा। अपने स्तर पर पकडक़र अजगर छोडऩे का सुझाव दिया। उस पर अमल कर दोनों उसे घसीट ले गए।
दिनभर मशक्कत करने पर तलाश पाए अजगर
जिस अजगर के साथ क्रूरता हुई, उसे ग्रामीणों की मदद से दोपहर बाद वन विभाग की टीम ने पास के ही उमरजाला पठारा वनखंड में पकड़ा। रेंजर चौहान के अनुसार लगातार घसीटने से अजगर दो जगह घाव हो गए। उसका उपचार कराया जा रहा है।