सबसे पहले तो संबंधित क्षेत्र को जोन में बांटा जाता है। जैसे बागीदौरा विधानसभा को 60 जोन में बांटा गया। इसके बाद नेशनल हाईवे के 100 मीटर दायरे में, 200 मीटर दायरे में, 500 मीटर दायरे में अलग अलग रेट तय की जाती है। इसके बाद सिंचित असिंचित के साथ ही ऐसे में स्टेट हाईवे से गणना की जाती है। फिर मुय सड़क और बाद में सामान्य सड़क की गणना होती है।
ऐसी समझें बढ़ी दरों को
बागीदौरा विधानसभा में आनंदपुरी क्षेत्र में जोन वन में नेशनल हाईवे के 100 मीटर के दायरे में किसी जमीन की वर्तमान डीएलसी 6 लाख 66 हजार 794 रुपए है। जो अब नवीन डीएलसी के बाद इसकी कीमत 7 लाख 34 हजार हो जाएगी। कीमत में 67 हजार 206 की बढ़ोतरी हो गई।
ग्रामीण क्षेत्रों में 3 से 50 प्रतिशत तक बढ़ाई
दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में 3 से 50 प्रतिशत डीएलसी बढ़ाने की अनुशंसा की गई है। ऐसा इसलिए ताकि इन क्षेत्रों के लोगों को जमीन बेचने या फिर लोन आदि लेने में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आए। शहर में बढ़ी कीमतों को ऐसे समझें
मानें कि
Banswara के उदयपुर रोड पर हाई वे से 200 मीटर के अंदर कोई 1000 वर्ग फीट का भूखंड है। इसकी वर्तमान कीमत 1500 रुपए प्रति वर्ग फीट है। तो यह 15 लाख रुपए का हो गया। अब यदि यहां की डीएलसी 15 प्रतिशत बढ़ी तो इसकी कीमत में 2 लाख 25 हजार रुपए बढ़ जाएंगे। यानी कि इस भूखंड की कीमत 17 लाख 25 हजार रुपए हो जाएगी।
15 प्रतिशत औसतन की अनुशंसा
डीएलसी को लेकर बैठक बुलाई गई थी। इसमें औसतन 15 प्रतिशत डीएलसी बढ़ाने की अनुशंसा की गई है। डीएलसी बढ़ना विकास की ओर एक कदम है।
डॉ. इंद्रजीत सिंह यादव, जिला कलेक्टर
आंकलन करेंगे कि इसके फायदे अधिक या नुकसान
कलेक्ट्री में हुई बैठक में डीएलसी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। यह कहीं-कहीं 50 प्रतिशत तक बढ़ाई है। हम इसका आकलन करेंगे कि इसका फायदा ज्यादा होगा या फिर नुकसान। औसत तो 15 प्रतिशत ही बढ़ी है। यदि कोई दिक्कत होगी तो फिर से बैठक करवाएंगे। जयकृष्ण पटेल, विधायक, बागीदौरा