कलिंजरा थाना पुलिस ने बताया कि 6 नवंबर को बोझा पाड़ा निवासी 24 वर्षीय कमलेश पुत्र सुखराम ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया था कि वह उदयपुर परीक्षा देने गया था, तभी उसके घर से 6 ग्राम सोने का हार, कानफूल 8 ग्राम, सोने का टीका 5 ग्राम, चांदी की हाकरी, चांदी का कंदौरा, चांदी की भोरिया व चांदी की पायजेब वजन करीब एक किलोग्राम के साथ ही 4 लाख 26 हजार रुपए नगद चुरा लिए गए। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। पर, काफी दिनों तक कोई सफलता नहीं मिली।
ऐसे खुला राज
कमलेश को बुला कर कई बार पूछताछ की गई। पर, हर बार चोरी की बात ही करता। इस दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी ऑनलाइन जुआ खेलने का आदी है। इस पर पुलिस ने कमलेश का मोबाइल लेकर पड़ताल की तो राज खुल गया। फिर से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कबूल कर ली। ऐसे में कमलेश और उसके पिता सुखराम को गिरफ्तार कर लिया। यह बताया पूछताछ में आरोपी कमलेश ने बताया कि सोने का हार बागीदौरा निवासी सुरेश जैन व कान फूल, कंदौरा आदि बड़ोदिया निवासी राजेश जैन के यहां गिरवी रखा था। इसी प्रकार सोने का कड़ा और टीका करजी निवासी प्रकाश कलाल, चांदी की पायजेब जयदीप कलाल को गिरवी रखे। कुछ सामान घर में ही छिपा दिया था।
झूठे गवाह तैयार किए
आरोपी के पिता ने गवाह को सिखाया था कि वह पुलिस को गवाही दे कि उनसे उसने लाखों रुपए लिए थे, जो कि चोरी हो गया। पुलिस ने पैसा देने वाले करजी निवासी धूलजी सेठ से फिर से पूछताछ की तो उन्होंने भी कबूल किया कि आरोपी के पिता शांतिलाल ने पुलिस को गवाही देने के लिए मनाया था। खुलासा करने वाली टीम में एएसआई लोकेंद्र सिंह, कांस्टेबल सुनील कुमार, दिनेश चंद्र, विजेश कुमार, दशरथ सिंह, संजय सिंह, विकास, अविनाश, अखिलेश के साथ ही महिला कांस्टेबल पायल शामिल रहे।
झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने के मामले में बाप-बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने कबूल कर लिया है कि उन्होंने गलत रिपोर्ट दर्ज कराई थी और स्वयं ही घर के अंदर ऐसे हालात पैदा कर दिए थे कि जिससे लगे वास्तव में चोरी हुई है। विक्रम सिंह, सीआई कलिंजरा थाना