खबर फैलते ही अन्य वर्ग के लोगों ने आपत्ति जताई, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए पुलिस ने एकत्रित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। अधिकारियों के अनुसारेे इस संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और कार्रवाई की जाएगी। स्थिति को अनियंत्रित होने से रोकने के लिए अतिरिक्त बलों को बुलाया गया है।
मुख्यमंत्री बी एस येडियूरप्पा ने कहा कि उन्होंने बेलगावी के उपायुक्त और अन्य अधिकारियों से बात की है और उन्हें जरूरी निर्देश दिए हैं। अब स्थिति शांतिपूर्ण है।
गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं।
राजनीति भी शुरू
विपक्ष के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने आरोप लगाया कि सरकार ने मुद्दे को नजरअंदाज किया इसी वजह से विवाद पैदा हुआ है। राज्य की भूमि, जल, भाषा और लोगों के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है।
पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए किसी अन्य की मंजूरी की जरूरत नहीं है। रायण्णा का अपमान कन्नड़ भाषी लोगों के सब्र का इम्तेहान लेने जैसा होगा। वे ऐसी चीजों को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
ग्रामीण विकास तथा पंचायत राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि कन्नड़ तथा मराठी भाषियों को झगडऩे की आवश्यकता नहीं है। जिला प्रशासन को पीरनवाड़ी में संगोली रायण्णा की प्रतिमा स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष सिद्धरामय्या के साथ बातचीत की है।