डॉ. सोमनाथ ने इसरो और मैक्सिकन अंतरिक्ष एजेंसी (एईएम) द्वारा किए जा रहे सहयोग पर प्रकाश डाला, जिसमें उपग्रह डेटा का उपयोग करके जंगल की आग की निगरानी के लिए एक मोबाइल एप्लिकेशन का विकास और अगस्त 2024 में मैक्सिको में मैक्सिकन अधिकारियों के लिए वन अग्नि प्रबंधन के लिए अंतरिक्ष प्रणालियों के उपयोग पर इसरो अधिकारियों द्वारा चार दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शामिल है।
उन्होंने पर्यावरण और जलवायु अवलोकन के लिए जी20 सैटेलाइट मिशन व भारत और मैक्सिको के बीच संभावित उद्योग-स्तरीय सहयोग का भी उल्लेख किया। सालास ने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी अनुप्रयोगों, विशेष रूप से जंगल की आग और कृषि सूखे की निगरानी के लिए मैक्सिकन पक्ष को दिए गए सभी समर्थन के लिए भारत को धन्यवाद दिया।
सालास ने अंतरिक्ष सहयोग के लिए अतिरिक्त अवसरों की खोज करने की आवश्यकता पर जोर दिया, क्योंकि भारत और मैक्सिको 2025 में राजनयिक संबंधों के 75वें वर्ष में प्रवेश करेंगे। उन्होंने लैटिन अमरीकी और कैरिबियन अंतरिक्ष एजेंसी के साथ चल रहे सफल इसरो-एईएम सहयोग का विस्तार करने में रुचि व्यक्त की है। इस पर विचार करने के लिए सहमत होते हुए डॉ. सोमनाथ ने उनसे अनुरोध किया कि वे अतिरिक्त अवसरों का लाभ उठाएं, जिसमें मैक्सिको के लिए भू अवलोकन उपग्रहों के निर्माण के लिए भारत का समर्थन भी शामिल है।