बल्लारी जिले के संदूर में ‘जन कल्याण समावेश’ (लोक कल्याण बैठक) में सिद्धरामय्या ने कहा, भाजपा ने कभी स्थिर सरकार नहीं दी। 2008 से 2013 तक तीन मुख्यमंत्री रहे। फिर 2019 से 2023 तक दो मुख्यमंत्री रहे। यह जनसभा विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अन्नपूर्णा तुकाराम को जिताने के लिए संदूर के मतदाताओं को धन्यवाद देने के लिए आयोजित की गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा, जब मैं 2013 में सीएम बना था, तब हमारे पास 221 विधायक थे। फिर 2023 में, हमने 136 सीटें जीतीं। हम एक स्थिर सरकार देंगे। सिद्धरामय्या ने 2013 से 2018 तक पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कभी भी लोगों के आशीर्वाद से सत्ता में नहीं आई। इसने हमेशा ‘ऑपरेशन लोटस’ करके राज्य पर शासन किया। इसने विधायकों को खरीदने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए। ऑपरेशन लोटस का तात्पर्य भाजपा द्वारा कथित तौर पर खरीद-फरोख्त के जरिए सत्तारूढ़ सरकार को गिराने के प्रयास से है।
सिद्धरामय्या ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि न खाऊंगा, न खाने दूंगा। उन्हें बताना चाहिए कि विधायकों को खरीदने के लिए पैसा कहां से आया। उन्होंने भाजपा और जद-एस पर कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को गिराने की पुरजोर कोशिश करने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्षी भाजपा और जद-एस उनकी सरकार को गिरते हुए देखने का इंतजार कर रहे हैं। उनके अनुसार, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र, विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक और केंद्रीय मंत्री और जद-एस के दूसरे नंबर के नेता एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बनने के लिए एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, जो कभी नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पांच साल तक सत्ता में रहेगी क्योंकि विपक्ष उन्हें हिला नहीं पाएगा। हाल ही में हुए मुडा साइट आवंटन घोटाले का जिक्र करते हुए सिद्धरामय्या ने कहा, आप मेरी छवि को दागदार नहीं कर सकते। जब तक मेरे पास कर्नाटक के लोगों का आशीर्वाद है, मुझे हटाया नहीं जा सकता। मुख्यमंत्री ने विपक्ष को सलाह दी कि वह लोगों से झूठ बोलना और उनके खिलाफ झूठे भ्रष्टाचार के आरोप लगाना बंद करें।