उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के कार्यान्वयन की लंबे समय से मांग की जा रही है और सरकार ने इसे पहले ही स्वीकार कर लिया है। हम अगली कैबिनेट बैठक में रिपोर्ट पेश करेंगे और इस पर चर्चा करेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि सरकार जाति जनगणना का समर्थन करती है। इससे समाज में गरीब और उत्पीड़ित वर्गों की पहचान करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार को इसके आधार पर योजनाएं बनाने की जरूरत है। समाज में समानता लाने के लिए यह सब जरूरी है। उन्होंने आश्वास्त किया कि इसीलिए हमारी सरकार कांतराज आयोग की रिपोर्ट को लागू करने के लिए ईमानदारी से प्रयास करेगी।
शहरी विकास मंत्री बैरती सुरेश ने कहा कि सिद्धरामय्या अगले साढ़े तीन साल तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे और कांग्रेस सरकार सत्ता में बनी रहेगी। चित्रदुर्ग स्थित भोवी गुरुपीठ के प्रमुख इमादी सिद्धारमेश्वर स्वामीजी ने कहा कि मुख्यमंत्री पिछड़े, दलित और शोषित समुदायों के लिए खड़े हैं। हम उनके साथ खड़े हैं। अगर भोजन देने वाले सत्ता में हैं, तो हम भी शांति से रह सकते हैं। शोषित समुदायों को सिद्धरामय्या को सशक्त बनाना चाहिए।
इस कार्यक्रम में मुस्लिम और ईसाई धार्मिक नेताओं सहित विभिन्न समुदायों के नेता शामिल हुए।