गायिका मोना सिंह ने सरस्वती वंदना की। पल्लवी शर्मा और मोना सिंह, ममता मावंडिया, ज्योति तिवारी, स्वीटी सिंघल ने डॉ मृदुल कीर्ति रचित संस्था का ध्येय गीत सुनाया। डॉ मैथिली राव ने संस्था के कार्यों के बारे में बताया। लता चौहान , कमल किशोर राजपूत ने ग़ज़ल सुनाई। वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम तन्मय ने रोचक व्यंग्य प्रस्तुत किया।साहित्यकार महेन्द्र भीष्म ने जिन पैरों को पूजा था तुमने मंडप के नीचे की भावभीनी प्रस्तुति दी और किन्नर साहित्य पर विचार रखे। डॉ सुचित्रा ने पति पत्नी की नोक-झोंक पर हास्य प्रस्तुति दी।
तत्पश्चात ममता मावंडिया, लोकेश मिश्र ज्योति तिवारी, अनिल मोघे, पल्लवी शर्मा, सुदेश वत्स, ममता हेमरजानी, सुशील कुमार, स्वीटी सिंघल, मंजु दूबे, रघुबीर अग्रवाल, कनक तिवारी, जीवराज पटेल ने हास्य व्यंग्य प्रस्तुत किया।डॉ इंदु झुनझुनवाला ने धन्यवाद दिया।