दुबई में रहने वाले अनिवासी भारतीय बीरेन जसानी ने बैठक में कहा कि वहां के जीतो सदस्य आज भी अपनी मिट्टी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि दुबई आज प्रगति के विशाल पथ की ओर अग्रसर है, विशेषकर अंतरराष्ट्रीय व्यापार के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित हो चुका। भारत और दुबई के संबंध तथा भारतीयों का सम्मान सर्वकालिक उच्च स्तर पर है। दुबई में व्यापार की विपुल संभावनाएं हैं। इसी कारण जीतो दुबई और बेंगलूरु जीतो मिलकर जीतो के इतिहास में पहली बार संयुक्त रूप से सिस्टर चेप्टर बनकर व्यापार की विपुल संभावनाओं को वास्तविक रूप देने को कदम बढ़ा रहे हैं।बैठक में मौजूद जीतो अपेक्स के मुख्य सचिव मनोज मेहता ने अपेक्स संचालित विभिन्न जन हितैषी कार्यों की जानकारी देते हुए दुनिया भर में फैले जीतो सदस्यों को एक सूत्र में पिरोने के लिए अंतरराष्ट्रीय चैप्टर के प्रतिनिधियों का सम्मेलन भारत में आयोजित करने का सुझाव दिया।
जीतो बेंगलूरु साउथ के अध्यक्ष दिनेश बोहरा ने कहा कि बेंगलूरु जीतो द्वारा प्रारंभ किए गए कार्य देश के बाकी सभी चैप्टरों के लिये प्रेरणास्तोत्र बने हैं। उन्होंने कहा कि दुबई और बेंगलूरु जीतो के एक मंच पर आकर कार्य करने से व्यापारिक सफलता की राह सुगम बन जाएगी। जीतो बेंगलूरु नाॅर्थ के उपाध्यक्ष सिद्धार्थ बोहरा ने बैठक में कहा कि जीतो के नाम में ही अंतरराष्ट्रीय व्यापार का उद्धेश्य समाहित है और इस प्रकार की पहल के न केवल लम्बी अवधि के परिणाम प्राप्त होंगे अपितु सीमा पार संबंधों में भी मजबूती आएगी। जीतो अपेक्स के अंतरराष्ट्रीय कार्यपालक चेयरमैन महावीर मेहता ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूती देने तथा व्यापार को व्यापकता देने की यह सकारात्मक पहल है। बैठक में जीतो दुबई के सदस्य शेखर पटनी, राजेश जैन, विजय दोशी, अनुपम लुणावत, परेश शाह, अंकुर नाबेरा व अंतरराष्ट्रीय विंग के संयोजक संजीव जैन के साथ जीतो बेंगलूरु साउथ के उपाध्यक्ष अशोक गजानन, उदय जैन तथा महामंत्री दीपक श्रीश्रीमाल मौजूद थे।