भुवनगिरी आश्रम के सुविद्यांद्र तीर्थ स्वामी ने कहा कि श्रीकृष्ण-बलराम रथ यात्रा अक्रूर ने वृंदावन से मथुरा तक राक्षस कंस को मारने के लिए आयोजित की थी। वर्तमान समय में इस्कॉन बेंगलूरु भक्तों ने अक्रूर की तरह समाज में नकारात्मक शक्तियों को हराने और शांति, सद्भाव और भक्ति का माहौल लाने के लिए रथ यात्रा का आयोजन किया है। राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री दिनेश गुंडूराव ने कहा कि इस्कॉन मंदिर में कदम रखते ही सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।भारतीय वैश्विक परिषद (आइसीडब्ल्यूए) के उप महानिदेशक प्रशांत पिसे ने कहा कि भारत के बाहर हरे कृष्ण आंदोलन की गतिविधियों को बढ़ते देखना बहुत उत्साहजनक है। ये भक्त दुनिया के लिए सांस्कृतिक राजदूत बन गए हैं। महालक्ष्मी लेआउट के विधायक के. गोपालय्या और पूर्व नरेंद्र बाबू ने भी विचार व्यक्त किए। इस्कॉन बेंगलूरु के अध्यक्ष मधु पंडित दास ने कहा कि कृष्ण बलराम कई वर्षों से यहां आने वाले लाखों भक्तों को आशीर्वाद देते रहे हैं। शीघ्र ही एक नया अन्नदान हॉल शुरू किया जाएगा।