राज्यपाल ने देश की स्वतंत्रता और समृद्धि के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले महान व्यक्तियों के जीवन का अनुकरण करने पर जोर दिया। राज्यपाल ने कहा कि महादेवप्पा की जन्मस्थली, हावेरी के रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर महादेवप्पा मैलर रेलवे स्टेशन रखा गया था। इसके अलावा, भारत सरकार ने उनके सम्मान में एक स्मारक डाक टिकट जारी किया, जबकि कर्नाटक सरकार ने सम्मानित शहीद महादेवप्पा नेशनल मेमोरियल ट्रस्ट की स्थापना की।
उन्होंने कहा कि महादेवप्पा 78 साथी स्वतंत्रता सेनानियों के साथ साबरमती से दांडी तक महात्मा गांधी के मार्च में शामिल होने वालों में कर्नाटक के एकमात्र प्रतिनिधि थे। राज्यपाल ने कहा कि नायकों के बलिदानों के फलस्वरूप मिली स्वतंत्रता के बाद हमारे देश ने सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति देखी है। भारत की स्वतंत्रता की शताब्दी के भीतर विश्व में अग्रणी बनने के लिए सतत विकास, पर्यावरण संरक्षण और सभी के लिए अनुकूल वातावरण के निर्माण के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में राज्यपाल ने कन्नड़ विश्वविद्यालय, हम्पी के सेवानिवृत्त कुलपति डॉ. ए मुरिगेप्पा की लिखित अहिंसा प्रतिपादका हुतात्मा मैलर महादेव नामक पुस्तक का अनावरण किया। मंत्री एचके पाटिल, पूर्व सीएम जगदीश शेट्टार, विधायक यूबी बनाकर और कन्नड़ साहित्य परिषद के पूर्व अध्यक्ष मनु बालीगर सहित सम्मानित गणमान्य लोगों ने इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।