जांच में पाया गया कि मृत (Dead) लोगों के नाम से भी राशन (Ration) का उठाव किया गया है। आगे की कार्रवाई के लिए जांच टीम ने प्रतिवेदन उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दिया है।
गौरतलब है कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के बरियों चौकी अंतर्गत ग्राम आरा के ग्रामीणों ने शिकायत में आरोप लगाया था कि उचित मूल्य दुकान संचालित करने वाली सहेली महिला स्वयं सहायता समूह व सहायक विक्रेता इकबाल द्वारा ऐसे हितग्राहियों के नाम पर फर्जीवाड़ा कर राशन कार्ड के माध्यम से राशन का आवंटन (Ration distribution) कर कालाबाजारी की गई, जिनकी काफी पहले मृत्यु हो चुकी है।
ग्रामीणों के आरोप के अनुसार हितग्राही भिन्सारी की मृत्यु 7 जून 2019 को हो चुकी है, लेकिन इसकी जानकारी छिपाते हुए संचालक व सहायक विक्रेता द्वारा 22 अगस्त 2019 से 29 सितंबर 2019 तक राशन का उठाव किया गया।
यहीं नहीं, मृतका के राशन कार्ड के नंबर का फर्जी दस्तावेजों के जरिए नवीनीकरण कराकर मो. इकबाल द्वारा अपने भतीजे की पत्नी सविदा खातून के नाम पर नए नंबर से राशन कार्ड जारी करा लिया गया।
इसी तरह एक और हितग्राही सुखनी पति कोन्दा की मृत्यु 20 नवंबर 2018 को हो चुकी है, इसके नाम पर भी एक साल तक राशन का उठाव किया जाता रहा। फिर इसके कार्ड नंबर का भी नवीनीकरण फर्जी दस्तावेजों के जरिए कराकर मो. इकबाल ने नया कार्ड अपनी पत्नी के नाम पर जारी करा लिया है।
जबकि उसकी पत्नी के नाम से पूर्व में भी एक राशन कार्ड जारी है। समूह व सहायक विक्रेता द्वारा राशन के नाम पर व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की गई है।
दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने मामले की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की थी। इस शिकायत पर रामानुजगंज के खाद्य अधिकारी निखलेश टेम्बुरने, नायब तहसीलदार उमा सिंह व जनपद सीईओ यशपाल सिंह ने शिकायतकर्ताओं का बयान लेकर जांच की।
वितरक को जमकर लगाई फटकार, भेजा प्रतिवेदन
जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर उचित मूल्य दुकान के वितरक को जमकर फटकार लगाई। टीम के सदस्यों ने कहा कि बड़ी गड़बड़ी पाई गई है, कार्रवाई हेतु प्रतिवेदन उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दिया गया है।