रामानुजगंज निवासी भाजपा पार्षद राजेश सोनी का राजेश ज्वेलर्स दुकान स्थित है। यहां 11 सितंबर की दोपहर करीब डेढ़ बजे पिस्टल व कट्टा लेकर 3 युवक घुसे थे। दुकान में घुसते ही एक युवक ने काउंटर पर बैठे संचालक राजेश सोनी को पिस्टल की नोंक पर (Ramanujganj robbery case) कब्जे में ले लिया और मारपीट शुरु कर दी।
Ramanujganj robbery case: आरोपियों से ये सामान बरामद
पुलिस ने आरोपियों (Ramanujganj robbery case) के कब्जे से 3.354 किलोग्राम सोना, 7 किलो 200 ग्राम चांदी, 5 लाख 50 हजार रुपए, 1 बोलेरो वाहन, 2 अपाचे बाइक, 2 नग पिस्टल कुल कीमत 2 करोड़ 40 लाख रुपए बरामद किए हैं। आरोपी दोनों भाई सोनू व मोनू के विरुद्ध झारखंड, बिहार के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लूट, डकैती, हत्या व हत्या के प्रयास के कई मामले दर्ज हैं।Robbery in Ramanujganj: रामानुजगंज डकैती कांड: मोनू का भाई सोनू निकला मास्टर माइंड, गर्लफ्रेंड समेत 6 सदस्य गिरफ्तार
गन पॉइंट पर लेते ही मच गया हडक़ंप
सूत्रों के अनुसार बलरामपुर पुलिस टीम को गिरोह (Ramanujganj robbery case) के मास्टरमाइंड सोनू सोनी का लोकेशन दिल्ली के कनॉट पैलेस के मॉल में मिला। इस पर पुलिस टीम सिविल ड्रेस में मॉल पहुंचते ही वहां मौजूद सोनू सोनी, इसके भाई मोनू व मामा अरविंद को गन पॉइंट पर ले लिया।CG Girl raped: तुम्हे रानी बनाकर रखूंगा कहकर बनाया शारीरिक संबंध, प्रैग्नेंट हुई तो करा दिया गर्भपात, फिर बोला- अब नहीं करूंगा शादी
आरोपियों ने इस तरह बनाई थी योजना
आरोपियों (Ramanujganj robbery case) ने झारखंड से ही एक बोलेरो क्रमांक बीआर 26 बी 8034 को किराए पर लिया था। आरोपी सोनू अपने मामा आनंद के साथ इसी वाहन से रामानुजगंज आकर दुकान की रेकी करते थे। घटना दिवस से एक दिन पूर्व 10 सितंबर को उन्होंने डाल्टनगंज में वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई और वहां गए,आरोपियों की कुछ इस तरह चली तलाश
- 1. दिल्ली, यूपी, झारखंड व बिहार पुलिस से बेहतर तालमेल कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई।
- 2. देश भर के 20 बड़े शहरों में पुलिस टीम अपनी पहचान छिपाकर आरोपियों को ढूंढती रही।
- 3. विभिन्न शहरों के 550 होटलों को चेक किया गया। 32 रेलवे स्टेशन व 40 बस स्टैंडों में भी तलाशी ली गई।
- 4. साइबर सेल व वहां की एटीएस की मदद से ट्रैवल रिकॉर्ड के आधार पर 12 बड़े शहरों में पुलिस टीम ने कैंप किया।
- 5. आरोपी काफी शातिर थे, उन्होंने वारदात के दौरान मोबाइल का उपयोग नहीं किया था, लेकिन सीसीटीवी फुटेज से उनकी शिनाख्त हो गई थी।
- 6. आरोपियों के गांव तक का सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने खंगाल डाला था।