बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मनोहरपुर के मदपुर पाठ निवासी अंधरु राम नगेशिया 40 वर्ष अपनी पत्नी लक्ष्मनिया व बेटी के साथ रहता था। वह पत्नी के चरित्र पर शंका करता था। उसे लगता था कि पत्नी के अन्य मर्दों से भी संबंध हैं।
इसी बात को लेकर गुरुवार की रात उसने पत्नी की उसके ही स्टॉल से गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद वह फरार हो गया था। इसकी सूचना मृतिका की भतीजी ने जशपुर जिले के बगीचा थाना अंतर्गत ग्राम दनगरी में उसके मायके वालों को दी। सूचना मिलते ही भाई रामभगत वहां पहुंचा और भांजी से पूरी बात की जानकारी ली।
भांजी ने बताया कि रात में वह दादी के पास सोई थी। सुबह उठकर देखा तो मां का शव कमरे में पड़ा था, जबकि पिता घर पर नहीं थे। यह बात सुनकर उसने शुक्रवार को शंकरगढ़ थाने में अपने बहनोई के खिलाफ बहन की हत्या कर फरार की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस धारा 302 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपी की खोजबीन में जुटी हुई थी।
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फांसी पर लटका मिला शवपुलिस आरोपी की खोजबीन में जुटी ही थी कि शनिवार की सुबह अंधरु राम का शव गांव से लगे बिखरी नदी के पास आम के पेड़ पर फांसी के फंदे लटके होने की सूचना मिली। गांव के ही एक युवक ने मवेशी चराने जाने के दौरान पेड़ के नीचे जूता पड़ा देखा।
जब वह पेड़ के पास गया तो अंधरु राम का शव धोती के सहारे पेड़ पर लटका दिखा। सूचना मिलते ही पुलिस ने शव उतारकर पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। आशंका जताई जा रही है कि पत्नी की हत्या करने के बाद उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली होगी।