बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत डीपाडीह से लगे ग्राम पंचायत जम्हाटी के बहरीडांड़पारा निवासी घुलु राम की पत्नी मानमती 45 वर्ष को 27 अगस्त की शाम करीब 4 बजे तक आखिरी बार ग्रामीणों द्वारा देखा गया था। इसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चल रहा था।
इस पर घुलु राम के भतीजे सुदामा ने शंकरगढ थाने में इसकी सूचना दी। पुलिस गुम इंसान कायम कर उसकी पता-तलाश कर रही थी। इधर सुदामा सहित अन्य लोग मानमती को खोजते हुए घुलू राम घर के पास गए तो देखा कि दरवाजे पर ताला लगा है। दरवाजा के सामने जमीन में खून का धब्बा भी दिखा।
फिर जब सभी घर के सामने बाड़ी में गए तो नया मिट्टी खुदा हुआ मिला। तब शक हुआ कि घुलु राम ने पत्नी की हत्या कर उसे यहीं दफनाया होगा। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची व तहसीलदार को बुलवाकर उस स्थल की खुदाई कराई गई। खुदाई के दौरान करीब 3 फीट नीचे मानमती का शव मिला, जिसे निकलवाकर जांच की गई।
जांच में मृतका के शरीर पर चोट के भी निशान पाए गए, इससे आशंका जताई गई कि घुलु राम ने पत्नी के साथ मारपीट कर हत्या करने के बाद उसके शव को दफना दिया होगा। जांच के बाद पुलिस ने मृतका के शव को पीएम हेतु भेजा।
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आरोपी पति को पुलिस ने भेजा जेलपीएम रिपोर्ट में भी चोट से मौत की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने आरोपी घुलु राम को पकडक़र पूछताछ की तो उसने हत्या करने का जुर्म कबूल लिया। इस पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। साथ ही उसके पास से बाड़ी में छिपाकर रखा गया भरमार बंदूक भी बरामद किया गया।
आरोपी के खिलाफ हत्या के साथ आम्र्स एक्ट की भी कार्रवाई की गई। कार्यवाही में शंकरगढ़ थाना के एसआई गजपति मिर्रे, एएसआई रफैल तिर्की, प्रधान आरक्षक रामसेवक भगत व अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।
13 साल पहले भी हत्या के मामले में गया था जेल
आरोपी घुलु राम करीब 13 वर्ष पूर्व भी एक व्यक्ति की हत्या करने के जुर्म में जेल गया था। करीब 7 वर्ष पहले जेल से छूटने के बाद अंबिकापुर क्षेत्र में काम करने गया था। उसकी पहली पत्नी की मौत हो गई थी। इसके बाद वह मानमती को पत्नी बनाकर रखा था।
शराब पीकर दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था। घटना दिनांक 27 अगस्त को भी शराब के नशे में दोनों के बीच विवाद हुआ और आवेश में आकर आरोपी ने लकड़ी से ताबड़तोड़ वार कर मानमती की हत्या कर दी। इसके बाद शव को बाड़ी में दफना दिया था।