कुसमी. जिस घर की दीवार के नीचे बुधवार की रात पति-पत्नी अपनी 2 मासूम बेटियों व बेटे के साथ सो रहे थे वहीं उनके ऊपर मौत बनकर गिर गई। हादसे में दबने से मां व मासूम बेटे की दबकर मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पति गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं हादसे में 7 साल व ढाई महीने दूधमुंही बेटी बाल-बाल बच गईं।
पड़ोसियों की मदद से बूढ़े पिता ने अपने बेटे-बहू व पोते-पोतियों को बाहर निकाला। गंभीर रूप से घायल पति को कुसमी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना पर सुबह तहसीलदार व थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पंचनामा पश्चात शवों को पीएम के लिए भिजवाया। इस हृदयविदारक घटना ने परिजनों सहित गांव वालों की आंखें नम कर दीं।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कुसमी थानांतर्गत ग्राम गजाधरपुर के तुर्रीपानी निवासी सुनीता रजवार पति रामप्रसाद 30 वर्ष बुधवार की रात 9 बजे खाना खाकर परछी में जमीन पर सो रही थी। उसके साथ बेटा अनु 4 वर्ष, पति व दो बेटियां 7 वर्षीय प्रमिला व ढाई वर्षीय मुन्नी भी सोए थे। वहीं ससुर दूसरे कमरे में सोए हुए थे। करीब सवा 9 बजे अचानक परछी की दीवार जड़ से उखड़कर पांचों पर गिर गई।
आवाज सुनकर ससुर कमरे से दौड़कर वहां पहुंचा तो नजारा देखकर उसके होश उड़ गए। उसने पड़ोसियों को आवाज लगाई तो सुखराम व अन्य वहां पहुंचे। उन्होंने दीवार के नीचे दबे बेटा-बहू व पोते-पोतियों को किसी तरह बाहर निकाला। इस दौरान सुनीता व अनु की दबने से मौत हो गई थी। वहीं रामप्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गया था। गनीमत रही कि दूधमुंही मुन्नी व 7 वर्षीय प्रमिला दीवार की चपेट में नहीं आईं।
आनन-फानन में रामप्रसाद को तत्काल कुसमी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां उसका इलाज जारी है। बताया जा रहा है कि अनु अपनी मां के ठीक बगल में सो रहा था, जबकि पिता के बगल में दोनों बेटियां सोईं हुई थीं। इस हृदयविदारक घटना से गांव में जहां मातम पसर गया है वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
सुबह पहुंचे तहसीलदार व थाना प्रभारी घटना की सूचना मिलने पर गुरुवार की सुबह तहसीलदार हरिशंकर पैंकरा व कुसमी थाना प्रभारी मोरध्वज देशमुख अमले के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने पंचनामा पश्चात शवों को पीएम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। वहीं मामले में मुआवजा प्रकरण भी तैयार किया गया।
1 साल पहले ही खड़ी की थी दीवार जिस दीवार के नीचे दबकर मां व उसके मासूम बेटे की मौत हो गई। उसे एक वर्ष पूर्व ही बनाया गया था। घरवालों को क्या मालूम था कि जिस दीवार को वे अपना सिर छिपाने के लिए खड़ा कर रहे हैं वही उनके परिवार के लिए मौत की दीवार साबित होगी।
आफत की बारिश लेकर आई मौत सरगुजा संभाग में पिछले 5 दिनों से आफत की बारिश जारी है। इस बारिश ने कई घरों की दीवारें ढहा दी। इसमें कई परिवारों की खुशियां दब गईं। कुसमी में जहां दीवार ने मां-बेटे को मौत की नींद सुला दी, वहीं सरगुजा में अलग-अलग इलाके में दीवार के नीचे दबने से 3 लोगों की मौत हो गई। इस तरह दीवार के नीचे दबकर मरने वालों की संख्या 5 हो गई है।