भाटापारा को छत्तीसगढ़ का संयुक्त राजस्व जिला बने काफी समय हो चुका है और अब तक भाटापारा रेलवे स्टेशन जो रेल यात्री सुविधाएं मिलनी थी उसके लिए अभी भी संघर्ष करने विवश होना पड़ रहा है। जबकि भाटापारा रेलवे स्टेशन पूरे जिले का एक मात्र रेलवे स्टेशन है, जो की अपने जिले की विधानसभा क्षेत्रों का ही नही बल्कि बेमेतरा, मुंगेली जिले के क्षेत्रों का भी नजदीकी एवं प्रतिनिधित्व वाला रेलवे स्टेशन है। भाटापारा के समीप ही राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर के आधा दर्जन से ज्यादा विशाल सीमेंट के कारखाने हैं, जिनके अधिकारियों कर्मचारियों का जीवंत संपर्क भाटापारा से बना हुआ है। भाटापारा स्टेशन पर वर्तमान में 24 जोड़ी ट्रेनों का स्टॉपेज नही है, लेकिन उनमें से 13 जोड़ी ट्रेन ऐसी है जो सिर्फ हफ्ते में 1 दिन ही चलती है और ऐसी ट्रेनों का भाटापारा स्टॉपेज स्टाफ एंड स्टार्ट की तर्ज पर यहां दिया जाना चाहिए, क्योंकि काफी लंबे समय से भाटापारा में ट्रेनों के ठहराव की मांग हो रही है और वर्तमान में विधायक, सांसद, रेलमंत्री, प्रधानमन्त्री सभी एक ही राजनैतिक दल के हैं उसके बाद भी भाटापारा की जनता को रेल स्टॉपेज की सुविधाओं में इजाफा नही हो पा रहा है।
अंचल की जनता ने सप्ताह में 1 ही दिन चलने वाली 12851-12852 बिलासपुर चेन्नई, 22939-22940 बिलासपुर हापा, 17005-17006 हैदराबाद रैकसोल, 13425-13426 सूरत मालदा टाउन, 22511-22512 एल टी टी कामख्या, 22893-22894 शिरडी हावड़ा, 12949-12950 पोरबंदर संतराकाछी, 12767-12768 नांदेड़ संतराकाछी, 12869-12870 हावड़ा मुंबई, 22865-22866 पूरी लोकमान्य तिलक, 20821-20822 पुणे संतराकाछी, हमसफर 20917-20918 इंदौर पुरी हमसफर और 17321-17322 वास्को डी गामा जसीडीह एक्सप्रेस ट्रेन है। इसका भाटापारा स्टॉपेज निहायत ही जरूरी और आवश्यक हो गया है। क्योंकि इन ट्रेनों का एस ई सी रेलवे के ऐसे स्टेशन पर स्टॉपेज है जो इस स्टेशन से छोटे है और या इसके समकक्ष है। वैसे भी पिछले 5 वर्ष में एक भी ट्रेन का भाटापारा स्टॉपेज नही हो पाया है।
अब देखना यह की इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले तक सप्ताह में 1 दिन चलने वाली कितनी यात्री ट्रेनों का भाटापारा स्टॉपेज मिलता है या फिर (Chhattisgarh Hindi News) अगले वर्ष 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव तक उन्हें इंतजार करना पड़ेगा।