कृषि कानून पर बोले CM भूपेश- पिछले दरवाजे से थोपे कानून का सिर्फ पूंजीपतियों को ही लाभ
वैवाहिक कार्यक्रमों में यह नवाचार इसलिए भी खास है कि लोग खुशियों के इस मौके पर किसी प्रकार का व्यवधान नहीं चाहते हैं। वहीं, दूसरी ओर अपने रिश्तेदारों, परिचितों, मित्रों तथा मेहमानों को नाराज भी नहीं करना चाहते हैं। यही वजह है कि सोशल डिस्टेंसिंग का हवाला देते हुए आमंत्रण पत्र तो दे रहे हैं। साथ ही साथ घर से ही वर वधु को आशीर्वाद देने की अपील भी की जा रही है।निमंत्रण पत्र की घट गई संख्या
नगर के प्रिंट पार्टनर संचालक भागीरथी ने बताया कि इस सीजन में शादियों के कार्ड में बड़ा बदलाव संख्या को लेकर आया है। विवाह में गिने-चुने लोगों को ही बुलाना है। लिहाजा कार्ड की संख्या कम हो गई है। अधिकांश लोग पूर्व में हुई शादियों में कार्ड कितने छपे इसकी जानकारी लेकर ही कार्ड छपवा रहे हैं।
पीडीएफ से न्यौता दे रहे हैं
सोशल मिडिया तथा कोरोना संक्रमण के दौरान वर्तमान सीजन में पीडीएफ से कार्ड तैयार कर बाकायदा 45.50 सेकंड का वीडियो बनाकर देने का भी चलन बढ़ा है। वाट्सऐप के माध्यम से भेजे जा रहे इस प्रकार के कार्डों का फायदा यह है कि लोग कार्ड देने दूसरे के घर जाने से बच रहे हैं। वहीं, पीडीएफ के जरिए भेजे जा रहे कार्डों में भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील की जा रही है।
आमंत्रण पत्र के साथ मास्क का भी वितरण
कुछ दिनों पूर्व नगर में हुए एक वैवाहिक कार्यक्रम में गिनती के 30-35 लोगों को ही कार्ड प्रदान किए गए। इस कार्ड के साथ नवाचार यह रहा कि जिन लोगों को कार्ड दिया गया, उन्हें कार्ड के साथ मास्क भी प्रदान किया गया। कोरोना संक्रमण को देखते हुए विवाह कार्यक्रम में मास्क पहनकर आने की अपील भी की गई।